नई दिल्ली, Financial Planning | 40 साल के आसपास की उम्र वित्तीय लिहाज से काफी खास होती है. अगर आप नौकरी में सेटल हो चुके हैं और अपनी उम्र के 20 और 30 के दशक की तुलना में ज्यादा सैलरी ले रहे होते है. हालांकि, इस बीच आपके खर्चे भी काफी बढ़ जाते हैं. उम्र के साथ- साथ पेरेंट्स के मेडिकल खर्चे भी बढ़ जाते हैं. साथ ही, अपने बच्चों की पढ़ाई विशेष रूप से हायर एजुकेशन की चिंता भी आपको सताती है. आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप रिटायरमेंट की ओर बढ़ रहे हैं और आपने अभी तक सेविंग शुरू की है या नहीं.
इस प्रकार करें Financial Planning
- एक वसीयत बनाना अहम होता है. इसमें आपके सही उत्तराधिकारी या वारिस के पास आपका पैसा जाना सुनिश्चित होगा. यह एक प्रकार का कानूनी दस्तावेज होता है, जिसमें इस बात का उल्लेख होता है कि आपकी मृत्यु के बाद किसे आपका पैसा मिलना चाहिए तथा किन मेंबर्स के बीच बंटना चाहिए.
- इस उम्र में लगातार आपकी इनकम बढ़ रही होती है. इस वजह से आपको ज्यादा से ज्यादा निवेश करना चाहिए. अपने सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में टॉपअप लें. इस प्लान के बारे में अपने जीवनसाथी को अवश्य बताएं क्योंकि आपकी दुखद मृत्यु पर उन्हें मालूम होना चाहिए कि आपने पैसा कहां-कहां निवेश किया है.
- यदि आपने कभी भी बीमा पॉलिसी नहीं खरीदी है तो आप काफी लेट हो गए हैं. अभी भी इतनी देर नहीं हुई है याद रखिए कि विशेषकर 30 साल के बाद उम्र बढ़ने के साथ इंश्योरेंस की कॉस्ट भी बढ़ जाती है. कोविड के चलते लोगों में हेल्थ और मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ी है. अपने स्पाउस और बच्चों के लिए एक फैमिली फ्लोटर पॉलिसी लीजिए. शुरुआत में कम से कम 15 लाख रूपये की फैमिली फ्लोटर अच्छी रहेगी.
- अभी तक आपने कई जगह पर निवेश किया होगा. जिनमें म्युचुअल फंड स्कीम, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, सरकारी बांड शामिल हो सकते हैं. वहीं, जो लोग स्टोक्स में डील करते हैं वह अक्सर अपना इक्विटी पोर्टफोलियो खासा बढ़ा लेते हैं. अब अपने निवेश को कंसोलिडेट करने का सबसे अच्छा समय है.