गुरुग्राम | दिल्ली- एनसीआर के शहरों खासकर गुरुग्राम, रेवाड़ी और अलवर के बीच पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम का नया विकल्प मिलने वाला है. रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम के शाहजहांपुर- नीमराना- बेहरोड़ खंड का निर्माण जल्द ही शुरू होगा. इस सेक्शन पर सेमी हाई स्पीड ट्रेन
गुरुग्राम- मानेसर- पचगांव- बिलासपुर- धारूहेड़ा- बावल- शाहजहांपुर- नीमराना और बहरोड़ जैसे प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों के बीच बड़ी संख्या में श्रमिकों के आवागमन की सुविधा प्रदान करेगा. एक तरह से यह ट्रेन इस इलाके के लिए दिल्ली मेट्रो का विकल्प बनेगी. 107 किलोमीटर लंबे दिल्ली- गुरुग्राम- एसएनबी अर्बन कॉम्प्लेक्स आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए प्री- कंस्ट्रक्शन का काम शुरू हो गया है.
तीन चरणों में होगा लागू
दिल्ली- गुरुग्राम- एसएनबी कॉरिडोर को तीन चरणों में पूरा करने की योजना है. पहले चरण में दिल्ली- गुरुग्राम- एसएनबी अर्बन कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा. दूसरे चरण में इसे एसएनबी अर्बन कॉम्प्लेक्स से सोतानाला तक और तीसरे चरण में इसे अलवर तक बढ़ाया जाएगा. फिलहाल इसकी पाइप लोड टेस्टिंग का काम शुरू हो गया है.
अप्रैल 2025 तक चालू होने की उम्मीद
बताया जा रहा है कि पहला फेज दिसंबर 2024 तक पूरा हो सकता है. इस सेक्शन के भी अप्रैल 2025 तक चालू होने की उम्मीद है. पहले फेज में कुल 16 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. इनमें से 11 एलिवेटेड स्टेशन होंगे जबकि पांच अंडरग्राउंड होंगे. इसमें गुरुग्राम की सीमा के भीतर कुल चार स्टेशन होंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कही ये बात
राव इंद्रजीत सिंह (स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री) ने बताया कि आरआरटीएस दिल्ली-एनसीआर की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के लिए भाजपा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. दिल्ली- गुरुग्राम- अलवर खंड के निर्माण के बाद, राज्य के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र जैसे मानेसर आईएमटी, धारूहेड़ा, बावल, रेवाड़ी के साथ- साथ गुरुग्राम सीधे राजस्थान और उत्तर प्रदेश से जुड़ जाएंगे. हजारों यात्रियों को आवाजाही में आसानी होगी. इसका काम तय समय में पूरा होने की उम्मीद है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!