HAU के वैज्ञानिकों ने किया गेहूं की चमत्कारी किस्म का आविष्कार, होगी 91 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार

हिसार। गेहूं की खेती करने वाले किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है. हिसार में स्थिति चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) के वैज्ञानिकों ने गेहूं की नई किस्म की निजात की है. इस किस्म से 91 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार हो सकती है. हिसार की हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के 20 वैज्ञानिकों की टीम ने 15 सालों से कड़ी मेहनत करके गेहूं की डब्ल्यू एच 1270 किस्म का आविष्कार किया है. गेहूं की इस किस्म को भारत के उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों के लिए अनुमोदित किया गया है.

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HAU Hisar

यह है गेहूं की नई किस्म की खासियत

वैज्ञानिकों का दावा है कि इसकी उपज 91.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रहेगी और यह खाने में भी अत्यंत स्वादिष्ट होगी. साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाने में भी सहायक होगी. गेहूं की फसल को अक्टूबर महीने के अंतिम सप्ताह में बिजाई के लिए अनुमोदित किया गया है. अगेती बिजाई करने पर इसकी पैदावार 4 से 8 क्विंटल अधिक ली जा सकती हैं.

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हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की सिफारिश के अनुसार इसकी बिजाई की जाए तो इसकी औसतन पैदावार 75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक हो सकती है और अधिकतम पैदावार 91.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक जा सकती है. इस किस्म की अच्छी बात यह है कि यह गेहूं की मुख्य बीमारियां पीला रतुआ और भूरा रतुआ की प्रतिरोधी हैं.

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