KUK की ऑनलाइन क्लास में चली आपत्तिजनक वीडियो, छात्र-छात्राएं हैरान

कुरुक्षेत्र | विश्वविद्यालयों में कोरोना काल में ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जा रही हैं. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (KU) में मास्टर ऑफ सोशल वर्क्स (MSW) की ऑनलाइन क्लास के समय उस वक्त हलचल मच गई, जब ऑनलाइन चल रही क्लास के बीच ही अचानक आपत्तिजनक वीडियो चलने लगा. इस वीडियो को देखकर सभी लोग आश्चर्यचकित हो गए. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर सोमनाथ सचदेवा और एमएसडब्ल्यू विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ दर्शन सिंह को इस घटना की पूरी जानकारी दी गई.

Kurukshetra University Kurukshetra

पहले भी हो चुकी है इस प्रकार की घटनाएं

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर सोमनाथ सचदेवा ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि इसकी जांच आवश्यक करवाई जाएगी. इसी विभाग की ऑनलाइन क्लास के बीच पहले भी कई बार गाने बजाने की वीडियो और गाली गलौज के चलने की घटनाएं हो चुकी हैं. एमएसडब्ल्यू प्रथम वर्ष में 2020-21 के सत्र में पूरे भारत से 54 विद्यार्थियों का दाखिला हुआ है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा के इन BPL परिवारों के राशन कार्ड कटने तय, डिपो होल्डर ने भेजने शुरू किए मैसेज

ऑनलाइन क्लास के अंतिम चरण में चली आपत्तिजनक वीडियो

सुबह 9:15 बजे से लेकर 10:15 बजे तक ऑनलाइन क्लास होनी थी. इस ऑनलाइन क्लास में लगभग 40 विद्यार्थी शिक्षक की अनुमति से जुड़े थे. क्लास के अंतिम चरण में पहुंच कर लगभग 10:07 पर ऑनलाइन आपत्तिजनक वीडियो चलने लगी. आपत्तिजनक वीडियो चलने के बाद अधिकांश विद्यार्थी 10:09 पर लेफ्ट हो गए. ऑनलाइन क्लास में गूगल मीट एप के माध्यम से लगभग 40 से अधिक विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास से जुड़े हुए थे. इन विद्यार्थियों में छात्राएं भी शामिल थी. ऑनलाइन क्लास के बीच इस प्रकार की आपत्तिजनक वीडियो के चलने से अचानक सभी छात्र-छात्राएं हैरान हो गए.

यह भी पढ़े -  हरियाणा के इन BPL परिवारों के राशन कार्ड कटने तय, डिपो होल्डर ने भेजने शुरू किए मैसेज

ऑनलाइन क्लास की रिकॉर्डिंग से पकड़ा जा सकता है दोषी

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय आईटी विभाग के निदेशक डॉक्टर सुनील ढींगड़ा के अनुसार विश्वविद्यालय में जितनी भी ऑनलाइन क्लासेज चलाई जा रही हैं उन सब की रिकॉर्डिंग रिकॉर्ड में रखी जाती है. यदि उक्त ऑनलाइन क्लास की भी रिकॉर्डिंग हुई होगी तो दोषी अवश्य पकड़ा जाएगा. परंतु यदि रिकॉर्डिंग नहीं हुई होगी तो दोषी को पकड़ना थोड़ा मुश्किल होगा. यूनिवर्सिटी का आईटी विभाग कुछ शर्तों पर ही दोषी तक पहुंच सकता है. नहीं तो यह साइबर क्राइम का मामला है और पुलिस के द्वारा ही दोषी तक पहुंचा जा सकता है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit