भिवानी हत्याकांड: बजरंग दल के गौ रक्षा प्रमुख मोनू की गिरफ्तारी को लेकर दो राज्यों की पुलिस आमने- सामने

भिवानी | बजरंग दल के गौ रक्षा प्रमुख मोनू मानेसर (Monu Manesar) की गिरफ्तारी को लेकर दो राज्यों की पुलिस आमने- सामने आ गई है. दो मुस्लिम युवकों को जलाकर मार डालने के मामले में राजस्थान पुलिस को उसकी तलाश है. इसी को देखते हुए गुरुग्राम के पटौदी में मारपीट और फायरिंग के मामले में हरियाणा पुलिस ने भी उसकी तलाश शुरू कर दी है. मोनू मानेसर की तलाश में दोनों राज्यों की पुलिस छापेमारी कर रही है.

Monu Manesar Rewari

हालांकि, वह अभी तक किसी की गिरफ्त में नहीं आया है. चर्चा है कि क्या हरियाणा पुलिस नहीं चाहती कि मोनू मानेसर राजस्थान पुलिस के हाथ लगे जो एक पुराने मामले में अचानक इस तरह हरकत में आई है. हरियाणा पुलिस के अधिकारी इसे नियमित कार्रवाई बता रहे हैं.

वह केस जिसमें हरियाणा पुलिस मोनू की तलाश कर रही

7 फरवरी को गुड़गांव के मानेसर गांव निवासी मोहित यादव उर्फ ​​मोनू मानेसर के खिलाफ पटौदी थाने में मारपीट व फायरिंग का मामला दर्ज किया गया था. पटौदी में एक समुदाय की लड़की द्वारा दूसरे समुदाय के लड़के से शादी करने पर हंगामा मच गया. जिससे दोनों पक्षों में काफी तनाव हो गया. इसके बाद, मोनू मानेसर अपने साथियों के साथ पटौदी पहुंचा था. यहां फिर से दो पक्षों में विवाद हो गया और मारपीट के अलावा फायरिंग की घटना हुई, जिसमें मोईन नामक युवक गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया.

जिस मामले की राजस्थान पुलिस तलाश कर रही

हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू से एक बोलेरो गाड़ी में दो युवक जिंदा जले मिले. पड़ताल में पता चला कि ये दोनों राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले जुनैद और नासिर हैं. जुनैद-नासिर के परिवार का आरोप है कि मोनू मानेसर ने अपने साथियों के साथ मिलकर बोलेरो सहित उन्हें जिंदा जला दिया. दोनों के शव राजस्थान पहुंचे तो परिजनों ने पंचायत बुलाई. जिसमें राजस्थान पुलिस पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाया गया. इस मामले में राजस्थान पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मोनू का अब तक पता नहीं चल पाया है.

पुलिस पर सवाल

जुनैद- नासिर को जिंदा जलाने के मामले में हरियाणा पुलिस भी सवालों के घेरे में है. परिवार के इस्माइल का कहना है कि जुनैद- नासिर बजरंग दल के लोगों से दूर भाग रहे थे. उसे हरियाणा पुलिस की अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) की टीम ने पकड़ा था. जिसे बाद में बजरंग दल के लोगों को सौंप दिया गया. उन्होंने जुनैद-नासिर की पिटाई कर दी जिसके बाद उसे जिंदा जला दिया गया. हालांकि, हरियाणा पुलिस ने स्पष्ट किया कि उन्हें पहले इस बारे में कुछ नहीं पता था.

हादसे में हरियाणा पुलिस ने की ये कार्रवाई

जुनैद- नासिर को जिंदा जलाने की बात सामने आते ही परिजनों ने बजरंग दल के मोनू मानेसर और उसके कुछ साथियों पर आरोप लगाया. हालांकि, हरियाणा पुलिस ने ज्यादा छानबीन नहीं की. उन्होंने तुरंत इसे एक हादसा मानते हुए सीआरपीसी की धारा 174 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई. दोनों का पोस्टमार्टम कराकर शव वारिसों को सौंप दिए. डीएसपी लोहारू जगत सिंह का कहना है कि भिवानी में गौरक्षकों द्वारा इन लोगो को जलाकर मारने की बात संज्ञान में नहीं आई है. यह राजस्थान पुलिस की जांच का विषय है.

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