झज्जर | हरियाणा में E टेंडरिंग प्रणाली को लेकर सरपंचों का विरोध झेल रही खट्टर सरकार पहली बार बैकफुट पर नजर आ रही है. पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली द्वारा आंदोलन कर रहे सरपंचों को लेकर की गई बयानबाजी से BJP प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ असहज महसूस कर रहे हैं. धनखड़ ने उनके बयानों को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए कहा है कि पंचायत मंत्री को अपने बयानों पर संयम रखना चाहिए.
सरपंच प्रदेश की आन-बान शान
झज्जर में पार्टी कार्यकर्ताओं की मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि सरपंच और ग्राम पंचायत गांव की एक प्रकार से छोटी सरकार होती है. पंचायत व सरपंच हरियाणा प्रदेश की आन-बान-शान है. गांव का सरपंच एक जिम्मेदार नागरिक होता है,उसकी अपनी शान होती है. ऐसे में उसके खिलाफ बोलने से पहले शब्दों के चयन में सावधानी बरतनी चाहिए.
E टेंडरिंग और सरपंच की गरिमा अलग- अलग
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ई-टेंडरिंग एक अलग विषय है लेकिन सरपंच व पंचायत की अपनी गरिमा होती है. ऐसे में चाहे कोई भी हो, इनके खिलाफ बोलने से पहले शब्दावली का प्रयोग बहुत सोच- समझकर करें. अपने समय की पंचायतों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय पंचायतों की बदौलत ही हरियाणा ने ओडीएफ में प्रथम स्थान प्राप्त किया था.
सीएम की दो टूक
E टेंडरिंग को लेकर पूरे हरियाणा में मचे बवाल के बीच सीएम मनोहर लाल ने स्पष्ट कर दिया है कि पंचायतों में E टेंडरिंग जारी रहेगी और सरकार में इसमें कोई बदलाव नहीं होगा. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी.
सीएम ने कहा कि हमारी कोशिश है कि अधिक से अधिक तकनीक का इस्तेमाल कर मानव का दखल कम किया जाए. इसी दिशा में पंचायतों में E टेंडरिंग शुरू की गई है. इसमें न तो प्रतिनिधि की चलेगी और न ही अधिकारी की केवल सिस्टम (पोर्टल) काम करेगा.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!