चंड़ीगढ़ | हरियाणा में अब जमीन नापने का तरीका बदलने वाला है. बड़ी मैपिंग के लिए हरियाणा सरकार ने अब अलग रणनीति बनाई है. दरअसल, प्रदेश में अब एक आधुनिक भूमि माप प्रणाली स्थापित की जाएगी जो सदियों पुरानी श्रृंखला (जरीब) आधारित माप की जगह लेगी. इससे भूमि की माप में अधिक सटीकता और विश्वसनीयता आएगी और विवादों की गुंजाइश कम होगी.
यह जानकारी प्रदेश के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दी है. इसके लिए प्रदेश में अब 300 नए रोवर खरीदे जाएंगे ताकि हर जिले और तहसील की बड़े पैमाने पर मैपिंग का काम समय पर पूरा हो सके. मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहले चरण में दो जिलों का चयन किया गया है जिनमें सोनीपत और करनाल जिले शामिल हैं. इन जिलों के लाल डोरे क्षेत्र के बाहर नगर निगम क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाली कृषि भूमि एवं राजस्व भूमि पर बड़े पैमाने पर मानचित्रण का कार्य पूरा किया जायेगा.
संपत्ति को पीपीपी से जोड़ा जाएगा
इसके अलावा, हर संपत्ति को परिवार पहचान पत्र से भी जोड़ा जाएगा. इन जिलों में यह काम 15 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा. सीएम के साथ हुई बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन टीवीएसएन प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमा शंकर समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
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