नई दिल्ली | राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के वाहन चालकों के लिए एक जरूरी खबर है. आश्रम फ्लाईओवर एक्सटेंशन का काम पूरा होने के बाद अब आउटर रिंग रोड़ पर चिराग फ्लाईओवर के एक्सटेंशन ज्वाइंट बदले जाएंगे. 12 मार्च से काम शुरू होने पर यह फ्लाईओवर 50 दिन तक बंद रहेगा.
बता दें कि प्रत्येक कैरिजवे की मरम्मत में 25 दिन का समय लगेगा. ऐसे में दोनों साइड के कैरिजवे 25- 25 दिन तक बंद रहेंगे. सबसे पहले नेहरू प्लेस से IIT जाने वाले कैरिजवे पर काम शुरू होगा. काम शुरू होने पर फ्लाईओवर के कैरिजवे को बंद कर दिया जाएगा. ऐसे में फ्लाईओवर के नीचे दोनों साइड ट्रैफिक दबाव बढ़ेगा. इससे आउटर रिंग रोड़ पर आवागमन करने वाले लोगों को जाम से जूझना पड़ सकता है. ऐसे में यातायात पुलिस ने इस सड़क पर सफर करने से बचने की हिदायत दी है.
इसका काम पूरा होने के बाद IIT से नेहरू प्लेस की ओर जाने वाले कैरिजवे पर काम शुरू किया जाएगा. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, अस्पताल आदि जगहों पर जाने वाले लोगों से समय से पहले घर से निकलने का आग्रह किया है. धौला कुआं, AIIMS, डिफेंस कॉलोनी जाने वाले लोगों को नेहरू प्लेस फ्लाईओवर के नीचे से दाहिने मुड़कर जाने वाले वैकल्पिक मार्ग को अपनाने की सलाह दी है.
चिराग दिल्ली फ्लाईओवर की ओर आउटर रिंग रोड़ पर भारी और वाणिज्य वाहनों के आवागमन पर भी रोक लगाई जा सकती हैं, ऐसे में इस बात को ध्यान में रखते हुए यात्रा शुरू करें.
क्या होता है एक्सपेंशन ज्वाइंट
यह पुल के दो सेगमेंट के बीच छोड़ा गया स्पेस होता है. दो सेगमेंट के बीच 40 से 50 mm का गैप छोड़ा जाता है ताकि वाहनों के चलने से कंक्रीट के फैलने या सिकुड़ने से पुल क्षतिग्रस्त न हो. पुल और उसपर बनी सड़क के बीच के इस गैप को भरने के लिए एक्सटेंशन ज्वाइंट लगाया जाता है और इसमें कंक्रीट भरी जाती है. एक्सपेंशन ज्वाइंट की औसत आयु 15 से लेकर 20 साल तक होती है.
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