जानिए देश की पहली एयर टैक्सी उड़ाने वाले व्यक्ति की दिलचस्प कहानी, प्रेरणा से हो जाओगे ओतप्रोत

हिसार । देश की पहली एयर टैक्सी मकर सक्रांति के मौके पर हिसार से चंडीगढ़ के लिए उड़ान भर चुकी है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा वीरवार को इसका शुभारंभ किया गया. देश की पहली एयर टैक्सी की शुरुआत हरियाणा के झज्जर जिले के बेरी गांव बिसाहन के लाडले वरुण सुहाग द्वारा की गई है. हिसार एयरपोर्ट से इस एयर टैक्सी की शुरुआत की गई. यहां से लोग अब धर्मशाला, चंडीगढ़ और देहरादून तक कम समय में और कम किराए में आ-जा सकेंगे. बिसाहन गांव के वरुण सुहाग द्वारा एयर टैक्सी का आरंभ करने पर उनके गांव में खुशी का माहौल है.

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वरुण के पिता सेना में थे कर्नल

वरुण के पिता जी ने कहा है कि उनके बेटे का सपना साकार हुआ है. इससे केवल उन्हें ही नहीं बल्कि पूरे देश को वरुण पर गर्व है. उन्होंने कहा कि एक बार वरुण ने उनसे कहा था कि पापा मैं अपने पैसों से कुछ करके दिखाता हूं, यदि परिवार से कुछ आवश्यकता पड़ी तो बता दूंगा. फिलहाल गुरुग्राम में उनका पूरा परिवार रहता है. वरुण के पिता जी कर्नल रामपाल सुहाग ने सन 1972 में एनडीए से कमीशन प्राप्त किया था और वह सेना से 1998 में सेवानिवृत्त हो गए.

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वरुण और शिवानी है दो भाई बहन, दोनों पढ़ाई में अव्वल

वरुण सुहाग के पिता जी ने जानकारी देते हुए कहा कि वरुण सुहाग का जन्म 23 जनवरी 1984 को मिलिट्री अस्पताल फिरोजपुर में हुआ था. वरुण की एक छोटी बहन है जिसका नाम शिवानी है. वह इंटरनेशनल डिजाइनर है. 2011 में शिवानी को अवार्ड प्राप्त हुआ था. वरुण और शिवानी दोनों ने ही दिल्ली के वसंत वैली स्कूल से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की है. उसके बाद वरुण ने गुरुग्राम से इंजीनियर मैकेनिकल की पढ़ाई कंप्लीट की. उन्होंने कहा कि उनके दोनों बच्चे शुरुआत से ही टॉपर रहे हैं. आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मेरे लड़के ने हिसार से एयर टैक्सी का आरंभ किया है.

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अमेरिका के फ्लोरिडा से ली पायलट की ट्रेनिंग

वरुण के पिता जी रामपाल सुहाग ने कहा कि अमेरिका के फ्लोरिडा से उनके बेटे ने पायलट की ट्रेनिंग ली है. वर्ष 2007 से लेकर 2010 तक वरुण ने किंगफिशर में पायलट की जॉब की है. उसने जो सपना देखा था आज उसने उस सपने को साकार कर मेरा मान बढ़ाया है. बेटे की इस महान उपलब्धि पर केवल परिवार ही नहीं बल्कि पूरा देश गौरवान्वित है.

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