चंडीगढ़ | हरियाणा 1966 में पंजाब से अलग होकर नया राज्य बना. तब हरियाणा को पिछड़ा क्षेत्र कहा जाता था क्योंकि नहरें भी पंजाब में रह गई थी मगर 57 साल में हरियाणा ने इतनी तरक्की की कि अपने बड़े भाई पंजाब से आर्थिक तरक्की में आगे निकल गया. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गत 23 फरवरी को हरियाणा विधानसभा में 2023-24 का जो बजट अनुमान पेश किया था, उसमें दर्शाया गया था कि हरियाणा की 2022-23 की जीएसडीपी (कुल घरेलू सकल उत्पाद) 9.94 लाख करोड़ रुपये होगी और कर्ज 2.85 लाख करोड़ रुपये होगा.
हरियाणा की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
पंजाब विधानसभा में 10 मार्च को 2023-24 के पेश किए बजट अनुमान में 2022- 23 की जीएसडीपी 6.38 लाख करोड़ रुपये रहेगी. इस बजट अनुमान में पंजाब पर 2023-24 में कर्ज 3.27 लाख करोड़ रुपये होगा. हरियाणा में कर्ज और जीएसडीपी अनुपात 25.45 फीसदी रहेगा जबकि पंजाब में 46.81 फीसदी अनुमानित है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि केंद्र सरकार से जीएसडीपी का 31.1 फीसदी कर्ज लेने की अनुमति है मगर हरियाणा 25.45 फीसदी में ही अपने को समेट रहा है. उन्होंने दावा किया कि पंजाब से हरियाणा की आर्थिक स्थिति मजबूत है.
हरियाणा और पंजाब के कुछ आर्थिक मानदंड के आंकड़े (रुपये)
हरियाणा | पंजाब | |
जीएसडीपी (22-23) | 9.94 लाख करोड़ | 6.38 लाख करोड़ |
कर्ज (23-24) | 2.85 लाख करोड़ | 3.27 लाख करोड़ |
जीएसडीपी- कर्ज अनुपात | 25.45 फीसदी | 46.81 फीसदी |
जीएसडीपी (18-19) | 6.98 लाख करोड़ | 5.12 लाख करोड़ |
जीएसडीपी कर्ज अनुपात | 22.43 फीसदी | 41.35 फीसदी |
बजट (23-24) | 1.83 लाख करोड़ | 1.96 लाख करोड़ |
हरियाणा की ऐसे बढ़ती गई साल-दर-साल जीएसडीपी
वर्ष | जीएसडीपी राशि (करोड में) |
2014- 15 | 4,37,145 |
2015- 16 | 4,95,504 |
2016- 17 | 5,61,424 |
2017- 18 | 6,38,832 |
2018- 19 | 6,98,940 |
2019- 20 | 7,32,195 |
2020- 21 | 7,41,850 |
2021- 22 | 8,70,665 |
2022- 23 | 9,94,154 |
हरियाणा पर साल-दर-साल ऐसे बढ़ा कर्ज
वर्ष | कर्ज राशि (करोड़ में) |
2014- 15 | 70,931 |
2015- 16 | 1,01,709 |
2016- 17 | 1,24,603 |
2017- 18 | 1,39,726 |
2018- 19 | 1,56,807 |
2019- 20 | 1,85,463 |
2020- 21 | 2,05,430 |
2021- 22 | 2,27,697 |
2022- 23 | 2,56,265 |