चंडीगढ़ | पिछले साल गर्मी के सीजन में बिजली आपूर्ति को लेकर घिरी हरियाणा सरकार ने इस बार पहले ही तैयारियां शुरू कर दी है. इस बार पिछले साल से भी ज्यादा गर्मी पड़ने की आंशका जताई जा रही है, जिससे बिजली संकट भी गहरा सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (HERC) और डिस्कॉम ने अभी से प्लानिंग शुरू कर दी है.
इस प्लानिंग के तहत, HERC द्वारा डिस्कॉम को बिजली खरीदने की मंजूरी दे दी गई है. मिली जानकारी के अनुसार,पीक सीजन में 590.51 करोड़ यूनिट बिजली 6.27 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से खरीदी जाएगी. वहीं, इस बार पिछले साल के मुकाबले बिजली की मांग 13 हजार मेगावाट से अधिक रहने का अनुमान जताया गया है.
1 अप्रैल से बिजली खरीद को मंजूरी
HERC ने डिस्कॉम को एक अप्रैल से बिजली खरीद की मंजूरी प्रदान की है. दादरी थर्मल पावर प्लांट स्टेज-1 से 179 मेगावाट और मार्च से 15 अक्टूबर तक 750 मेगावाट बिजली खरीद को मंजूरी दी गई है. बता दें कि पिछले साल बिजली खरीद की तैयारी न होने की वजह से डिस्कॉम को 626.21 करोड़ रुपए की बिजली 11.50 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से खरीदने पर मजबूर होना पड़ा था. HERC के एक अधिकारी ने गर्मी सीजन में बिजली मांग बढ़ने की वजह बताते हुए कहा कि एसी और सिंचाई के लिए ट्यूबवेल चलने से बिजली की मांग बढ़ जाती है.
पॉवर प्लांटों को निर्देश
पिछले साल के गर्मी सीजन में कई पॉवर प्लांटों के यहां कोयला खत्म होने की नौबत आ गई थी और HPGCL के पास तो एक समय दो दिन का ही कोयला शेष रह गया था लेकिन इस बार HERC ने डिस्कॉम को पहले ही निर्देश दिए हैं कि पॉवर प्लांटों को कम से कम 30 दिनों का कोयला स्टॉक अपने पास रखना होगा.
हरियाणा के पास बिजली क्षमता
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा के पास 13,522 मेगावाट बिजली की क्षमता है जबकि हरियाणा खुद 2582.4 मेगावाट बिजली का ही उत्पादन करता है और बाकी बिजली खरीदी जाती है. इसमें से भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड से 846.14 मेगावाट बिजली जबकि प्राइवेट कंपनियों से 7173.22 मेगावाट और 2921.09 मेगावाट बिजली केन्द्रीय प्लांटों से खरीदी जाती है.
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