दिसंबर तक तैयार होगा दिल्ली में एक और रिंग रोड़, पंजाब- हरियाणा की ओर से 20 मिनट में पहुंच सकेंगे IGI एयरपोर्ट

नई दिल्ली | राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को ट्रैफिक दबाव से मुक्ति दिलाने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं. केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि इस साल के आखिर तक दिल्ली में तीसरा रिंग रोड़ बनकर तैयार हो जाएगा. सिक्स लेन इस रिंग रोड़ पर 27 फ्लाईओवर, 26 छोटे पुल और 17 पैदल सबवे का निर्माण किया जाएगा.

Elevated Road

गडकरी ने बताया कि 75 km लंबे इस रिंग रोड़ पर करीब 8 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे. यह सड़क NH-1 को द्वारका और बहादुरगढ़ से जोड़ेगी और पश्चिमी सीमा के साथ एक रिंग रोड़ बनाएगी. यह सड़क NH-1 चौराहे से शुरू होकर कंझावला, नांगलोई, नजफगढ़, द्वारका सेक्टर- 24, बवाना और सोनीपत बाईपास इलाके से होते हुए जाएगी. इस सड़क का एक हिस्सा नेशनल हाईवे की बहादुरगढ़ बाईपास और ढीचांव कलां से भी कनेक्टिविटी करेगा.

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पंजाब- हरियाणा से एयरपोर्ट जाना होगा आसान

केन्द्रीय सड़क मंत्री ने नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों के साथ गुरुवार को इस सड़क का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि इस अर्बन एक्सटेंशन रोड़ से पंजाब और हरियाणा की तरफ से आने वाले लोगों को दिल्ली स्थित IGI एयरपोर्ट पहुंचने में आसानी होगी. इस रास्ते से एयरपोर्ट जाने पर अब मात्र 20 से 30 मिनट लगेगी जबकि पहले दो घंटे का समय लगता था.

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गडकरी ने कहा कि UER-2 दिल्ली के लिए जीवनरेखा साबित होगी. उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा और यूपी समेत अन्य राज्यों के लोगों को पश्चिमी या दक्षिणी राज्यों में जाने के लिए दिल्ली की सड़कों का इस्तेमाल करना पड़ता है लेकिन UER-2 के साथ हम दिल्ली की सड़कों से सभी उत्तर और पश्चिम यातायात को मोड़ देंगे. इससे राजधानी में ट्रैफिक दबाव कम होगा जिससे प्रदुषण में भी गिरावट आएगी.

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केन्द्रीय परिवहन मंत्री ने बताया कि दिल्ली में सड़क निर्माण में गाजीपुर और अन्य लैंडफिल के कचरे का इस्तेमाल किया जा रहा है. वर्तमान में इस रिंग रोड़ के निर्माण में 20 लाख टन कचरे का इस्तेमाल किया गया है. कचरे को अलीपुर और कराला में निर्माण स्थल के पास सूक्ष्म संयंत्रों में संसाधित किया जाता है. उन्होंने बताया कि इस सड़क का 57 फीसदी काम पूरा हो चुका है और इस साल दिसंबर में इसकी शुरुआत होने की पूरी संभावना है.

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