हरियाणा के इन जिलों में आज होगी बारिश, सरसों की खड़ी फसल को होगा नुकसान

नई दिल्ली | क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र (RWFC) ने रविवार को उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों के लिए हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश के साथ आंधी की चेतावनी जारी की है. आरडब्ल्यूएफसी, नई दिल्ली ने कहा, नूंह, होडल (हरियाणा) नंदगांव, बरसाना, जलेसर के आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होगी.

barish 2

यूपी के आसपास इलाकों में होगी हल्की बारिश

RWFC ने आगे कहा सहसवान, अतरौली, बदायूं, खैर, अलीगढ़, कासगंज, इगलास, सिकंदरा राव, राया, हाथरस, मथुरा, एटा, सादाबाद, टूंडला, मैनपुरी, आगरा (यूपी) के आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में इस दिन से शुरू होंगे निकाय चुनाव, तैयारियों में जुटी BJP; जानें इलेक्शन से जुडी यह बड़ी अपडेट

हरियाणा में जारी है येलो अलर्ट

हरियाणा में शनिवार को आकाश में काले बादल छाए रहे, साथ ही बूंदाबांदी भी देखने को मिली. अचानक से बदले मौसम के मिजाज ने बारिश के साथ ओलावृष्टि भी करवाई. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया हुआ था. विभाग के मुताबिक, मौसम आमतौर पर 20 मार्च तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है.

पश्चिमिविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. 20 मार्च के दौरान मौसम में बदलाव रहने की संभावना है. इस दौरान आंशिक बादलवाई रहने तथा उत्तर पश्चिम व दक्षिणी क्षेत्रों में हवाओं व गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश के भी आसार हैं.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में खेतों से गुजरने वाली हाईटेंशन बिजली लाइनों का मिलेगा मुआवजा, जानें क्या रहेगा पैमाना

सरसों की खड़ी फसल को हो सकता है नुकसान

झज्जर के कृषि विभाग के तकनीकी विशेषज्ञ ईश्वर जाखड़ ने कहा कि अगर सरसों की फसल खड़ी है तो ओलावृष्टि से नुकसान होने की संभावना है, अगर कटाई हो चुकी है तो कम होने की संभावना है. अगर सरसों की कटाई कर उसे इकट्ठा किया गया है तो नुकसान उससे भी कम होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि गेहूं की बाले कट गए है तो ज्यादा नुकसान है. जिले में ओलावृष्टि से कितना नुकसान हुआ है इसके आंकड़े जुटाए जा रहे हैं.

यह भी पढ़े -  दिल्ली और गुरुग्राम में कर्मचारी करेंगे घर से काम, प्रदूषण के चलते सरकार ने जारी किए ये निर्देश

किसानों को पहले भी उठाना पड़ा है नुकसान

बता दें कि हरियाणा के किसानों को अक्सर मौसम की मार पड़ती रहती है. इससे पहले भी जब धान और बाजरा की खेती किसानों ने की थी, उस समय भी उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था क्योंकि बरसात ने फसलों को जलमग्न कर दिया था. कुछ ऐसे क्षेत्र बचे थे जो बरसात से होने वाले नुकसान से बच गए हो. ऐसे में फसलों की कटाई के सीजन में जिस तरह से ओलावृष्टि हुई है, इससे किसानों की फसलों को नुकसान होना लाजमी है जोकि अब चिंता का विषय बन चुका है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit