चंडीगढ़ | हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) ने एक बड़ा निर्णय लिया है. ग्रुप ए और बी पदों की भर्ती में एचपीएससी अब दो परीक्षाएं लेगा. जिनमें एक प्रिलिमिनरी और दूसराा मेन एग्जाम होगा. प्रिलिमिनरी ओएमआर आधारित पेपर होगा और यह क्वालीफाई पेपर होगा. इसमें क्वालीफाई करने के लिए न्यूनतम अंक भी काफी कम निर्धारित किए गए हैं. इसके बाद, सब्जेक्टिव पेपर होगा जो मुख्य होगा. इसमें उम्मीदवारों को उसी तरह लंबे उत्तर हाथ से लिखने होंगे जैसे स्कूल, कॉलेज में लिखते हैं.
पैटर्न में हो सकता है बदलाव
अभी तक ये दो पेपर एचसीएस एंड एलॉयड सर्विस में लिए जाते थे. खबरें आ रही है कि एचपीएससी अपने पैटर्न को बदलने के बारे में विचार कर रहा है क़्यूँकि अभी तक एचपीएससी में नेगेटिव मार्किंग के साथ एक ही पेपर ओएमआर आधारित था, जिसमें न्यूनतम 50 फीसदी अंक जनरल कैटेगरी और आरक्षित श्रेणी के लिए 45 फीसदी अंक अनिवार्य थे. 2- 3 पदों की भर्तियां इससे सीधा प्रभावित हुई. एग्रीकल्चर डेवलपमेंट अफसर के 600 पदों पर सिर्फ 50 उम्मीदवार ही चयनित हो पाए थे.
पीजीटी अभ्यर्थी फैसले के विरुद्ध
इससे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने नाराजगी भी जताई थी लेकिन एचपीएससी ने इसमें बदलाव किया है. हालांकि, कुछ उम्मीदवार अभी भी एचपीएससी के इस फैसले के विरुद्ध है. विशेषकर पीजीटी के अभ्यर्थी. उनका कहना है कि वे पहले ही एचटेट पास हैं, जो क्वालीफाइंग है.
इसलिए अब दो पेपर की अपेक्षा एक ही होना चाहिए और वह भी ओएमआर आधारित होना चाहिए. आपको बता दें कि एचपीएससी ने पीजीटी और IPRO का सिलेबस पैटर्न/ स्कीम जारी किया था वह वापस ले लिया गया है. अब नया पैटर्न/स्कीम घोषित किया जाएगा.
HPSC के सामने भी सीईटी क्वालीफाई बड़ा मुद्दा
दूसरी तरफ हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने भी 40,000 पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है लेकिन सीईटी के आधार पर इन पदों का स्क्रीनिंग टेस्ट लिया जाएगा. सीईटी पालिसी में कुल पदों का चार गुना उम्मीदवारों को सीईटी स्कोर के आधार पर बुलाने का प्रावधान है, जिसका सीईटी पास उम्मीदवार विरोध कर रहे हैं.
उनकी मांग है कि सीईटी को क्वालीफाइंग नेचर का बनाया जाए. सरकार के आगे यह समस्या है कि अगर क्वालीफाई कर दिया जाए तो सीईटी पालिसी में घोषित पहले शर्त का उल्लंघन हो जाएगा. हालांकि, कुछ अभ्यर्थी पहले हाईकोर्ट जा चुके हैं. कहा जा रहा है कि सरकार अपने आप यह फैसला नहीं करेगी परन्तु हाईकोर्ट अगर कोई निर्देश दे तो सरकार उसे लागू कर देगी.
नेगेटिव मार्किंग खत्म करने पर चल रहा विचार
हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की तरफ से परीक्षाओं को लेकर चिंतन मंथन हो रहा है. जैसे ही कोई अंतिम विचार होता है कोई ना कोई बड़ा निर्णय लिया जाएगा, फाइनल फैसला देने में अभी समय लगेगा. HPSC निगेटिव मार्किंग को खत्म करने के बारे में विचार कर रहा है. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार, ग्रुप ए और बी के पदों पर भर्ती को लेकर मंथन व चिंतन का दौर चल रहा है.
इसी के चलते अगले हफ्ते एक महत्वपूर्ण बैठक भी की जानी है. अर्थात एचसीएस एंड एलायड की तर्ज पर दो परीक्षाएं आयोजित करने की तैयारी है. जिसमें पहली परीक्षा ओएमआर पर आधारित होगी जबकि दूसरी परीक्षा कक्षाओं की तर्ज पर सब्जेक्टिव रूप में ली जाएगी. दोनों ही परीक्षाओं में नेगेटिव मार्किंग को खत्म करने के बारे में विचार किया जा रहा है. जल्द ही इस बारे में कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा.
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