इनेलो के अभय चौटाला का वायदा, बेरोजगारों को मिलेगा आकर्षक भत्ता; बुजुर्गों की बढ़ाई जाएगी पेंशन

चंडीगढ़ | अपनी पार्टी इनेलो के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश में अभय चौटाला ने 24 फरवरी को नूंह जिले के एक गांव से अपनी पदयात्रा शुरू की थी. इंडियन नेशनल लोकदल ने शुक्रवार को हरियाणा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने एकमात्र विधायक अभय चौटाला के साथ अपने अभियान की शुरुआत की, जिसमें सत्ता में आने पर सभी शिक्षित बेरोजगार युवाओं को 21,000 रुपये भत्ता देने की घोषणा की.

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वृद्धावस्था पेंशन बढाने का किया वादा

अभय चौटाला ने राज्यव्यापी पदयात्रा का एक महीना शुक्रवार को पूरा किया. उन्होंने 7,500 रुपये की वृद्धावस्था पेंशन हर महीने हर घर के लिए मुफ्त एलपीजी गैस सिलेंडर और गृहिणियों को अपनी रसोई चलाने के लिए 1,100 रुपये मासिक भत्ता देने का भी वादा किया.

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पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला ने याद दिलाया कि उनके दादा देवीलाल ने 1987 में राज्य में लोक दल की सरकार बनने के बाद 100 रुपये की मासिक वृद्धावस्था पेंशन शुरू की थी. वर्तमान में भाजपा- जजपा गठबंधन सरकार के तहत वहां वृद्धावस्था पेंशन 2,500 रुपये प्रति माह का प्रावधान है, जिसे अगले वित्तीय वर्ष में बढ़ाकर 2,750 रुपये किया जाएगा.

नूंह जिले से की थी पदयात्रा शुरू

अपनी पार्टी इनेलो के लिए समर्थन जुटाने के प्रयास में।अभय ने 24 फरवरी को नूंह जिले के एक गांव से अपनी पदयात्रा शुरू की थी. अभय के अनुसार वह पहले ही पांच जिलों – गुड़गांव, फरीदाबाद, रेवाड़ी, पलवल और नूंह लगभग 600 किलोमीटर पैदल चलते हुए 150 गांव को कवर किया. इनेलो नेता की अगले छह महीनों में 4,200 किलोमीटर की पैदल यात्रा के दौरान राज्य के 2,000 गांवों और सभी कस्बों को कवर करने की योजना है.

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लोगों से बातचीत कर हुआ ये महसूस

उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के साथ बातचीत करने के बाद मैंने महसूस किया है कि वे हरियाणा में वर्तमान भाजपा- जजपा शासन की नीतियों से परेशान हैं. इतना ही नहीं, उन्हें कांग्रेस से भी सहानुभूति नहीं है क्योंकि 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने लगभग 10 साल तक राज्य पर शासन किया था.

उन्होंने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी, गांवों और शहरी क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या और सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में तकनीकी कर्मचारियों की कमी की ओर इशारा किया.

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कहा- जेजेपी से लोग करते हैं नफरत

आगे कहा कि लोग जेजेपी से नफरत करते हैं. अगर वह (दुष्यंत) हमारी पार्टी में रहते तो 2019 में सीएम बन जाते. इनेलो में अजय सिंह को काफी सम्मान मिल रहा था. हमने उन्हें (दुष्यंत) 2014 में हिसार से लोकसभा सांसद बनाया था. इतना ही नहीं, उसी साल बाद में हमने उन्हें राजनीति में स्थापित करने के लिए विधानसभा चुनाव में भी उतारा. 2019 के चुनावों में 10 विधानसभा सीटें जीतने के बाद JJP ने सरकार बनाने के लिए BJP से हाथ मिलाया था. दुष्यंत पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि जेजेपी 2024 का विधानसभा और लोकसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ेगी.

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