ज्योतिष | जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो पृथ्वी के एक छोटे से हिस्से से सूर्य का दृश्य पूरी तरह या आंशिक रूप से छिप जाता है तब सूर्यग्रहण लगता है. जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में आ जाता है तो चंद्रमा अंधेरे में डूब जाता है तब चंद्र ग्रहण लगता है. चंद्र ग्रहण के वक्त चंद्रमा लाल, नारंगी या भूरे रंग में दिखाई देगा या पूर्ण ग्रहण में पूरी तरह से गायब हो सकता है. इस साल दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण मिलाकर कुल चार ग्रहण लगेंगे. खास बात यह है कि दोनों ही सूर्यग्रहण हिंदुस्तान में दिखाई नहीं देंगे.
साल का पहला सूर्यग्रहण
साल 2023 का पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल को लगेगा. इसका समय सुबह 07:04 बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक रहेगा. 14 अक्टूबर को इस साल का दूसरा सूर्यग्रहण होगा. पहला सूर्यग्रहण संकर जबकि दूसरा आंशिक होगा.
क्या होता है संकर सूर्यग्रहण
एक वलयाकार ग्रहण और पूर्ण सूर्यग्रहण के संयोजन को संकर सूर्यग्रहण कहां जाता है. इस दौरान पृथ्वी के ग्रहण पथ के कुछ भाग प्रच्छाया में आ जाते हैं. चंद्रमा की छाया का सबसे काला हिस्सा, जिससे कुल सौर ग्रहण बनते हैं. एक संकर ग्रहण में सूर्य कुछ सेकंड के लिए वलय का आकार ले लेता है.
साल का पहला सूर्यग्रहण कहां दिखाई देगा?
साल का पहला सूर्यग्रहण आस्ट्रेलिया, पूर्व और दक्षिण एशिया, प्रशांत व हिंद महासागर और अंटार्टिका में दिखाई देगा. हालांकि, ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन लोग इसे दूसरे देशों से लाइव टेलीकास्ट के जरिए देख सकेंगे.
चंद्रग्रहण की तारीख
- साल का पहला चंद्रग्रहण 5 मई 2023 को लगेगा. यह उपचछाया ग्रहण होगा जो नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकेगा.
- साल का दूसरा चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार 29 अक्टूबर 2023 को लगेगा जो आंशिक चंद्रग्रहण होगा.