नई दिल्ली | भारतीय किसानों के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के राजनीतिक मामलों में एक नया मोड़ आया है. उनकी राजनीतिक नेताओं के साथ सांठगांठ मामले के बयान मे जिस शख्स ने खबर छापी थी. उसने खुद वीडियो बनाकर इस बात से मना कर दिया.
गुरनाम सिंह को खुद आगे आकर देनी पड़ी सफाई
साथी उन्होंने अखबार के खिलाफ मानहानि का दावा करने की बात भी कही है. बता दें कि भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह के राजनीतिक लोगों के साथ बैठक करने और मिलीभगत की खबर आज के अखबार में छपी हुई थी. जिसके बाद यह खबर काफी वायरल हो गई. जिसके चलते गुरनाम सिंह चढूंनी खुद आगे आकर अपनी तरफ से सफाई देनी पड़ी . वहीं दूसरी ओर जिस शख्स के नाम से यह खबर छापी गई है. उस शख्स ने खुद मीडिया के सामने आकर सच्चाई बताई है.
उन पर लगाए गए हैं गंभीर आरोप
शिवकुमार कक्का द्वारा वीडियो जारी कर खबर का विरोध किया गया है. साथ ही उन्होंने भास्कर प्रबंधन को पत्र लिखकर और कोर्ट में मानहानि का दावा करने की बात कही है. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी की किसान आंदोलन में कार्यप्रणाली पर सियासी जोड़ तोड़ के बड़े आरोप लगे हैं. जिसके चलते संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरु नाम सिंह से दूरियां बना ली.
रविवार को हरियाणा में एक मीटिंग में भाकियू के अध्यक्ष गुरनाम पर आंदोलन को राजनीति का अड्डा बनाने, व कांग्रेस समेत कई नेताओं को बुलाने, आदि के आरोप लगाए गए हैं. हरियाणा के एक कांग्रेस नेता से आंदोलन के नाम पर तकरीबन ₹10 करोड़ लेने का गंभीर आरोप उनके ऊपर लगाया गया था. वहीं कांग्रेसी सरकार टिकट के बदले हरियाणा सरकार को गिराने की डील भी कर रही है.
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