रादौर | राज्यसभा सासंद दीपेंद्र सिंह हुुड्डा ने अपनी बात रखते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि केन्द्र सरकारकीओर से लागू किए गए नए तीन कृषि कानूनों के बाद इस किसान आंदोलन के चलते पुरे प्रदेश में ऐसी परिस्थितियां पैदा हो गई हैं कि अब भाजपा व जजपा गठबंधन की सरकार अपना कार्यकाल पूरा भी नहीं कर पाएगी. ऐसे में जनता के इस विरोध प्रर्दशन के चलते मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री दोनों ही अपने विधानसभा क्षेत्रों में भी कार्यक्रम का आयोजन नहीं कर पा रहे हैं. वहीं, इस समय पर भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा सभी के सामने आ गया है. हाल ही में किए गए एक सर्वे के मुताबिक कुल 92 फ़ीसदी लोगों ने कहा है कि हमें राज्य में खट्टर सरकार नहीं चाहिए.
सांसद हुड्डा ने आंदोलन कर रहे किसानों के पक्ष में कही बाते
ऐसे में सांसद हुड्डा ने बीते दिन रविवार को गांव धौलरा व गांव भागूमाजरा में किसान भाइयों से वार्तालाप के दौरान वहीं आयोजित किए गए कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर पूर्ण रूप से अपना पक्ष रखा. ऐसे में गांव धौलरा में कांग्रेसी नेता सतीश सांगवान व गांव भागूमाजरा में युवा कांग्रेसी नेता गुलजार सिंह भागूमाजरा की ओर से पुरे कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. वहां, उन्होंने कहा कि सरकार थोड़े थोड़े समय के भीतर आंदोलन कर रहे किसानों पर फोर्स का इस्तेमाल कर रही है. किसानों की ओर से दिल्ली की सीमाओं पर किया जा रहा आंदोलन अब तक पुरे देश का सबसे बड़ा आंदोलन है. ऐसे में अगर गौर करें तो इस समय सभी किसान खेती बाड़ी को छोड़ कर 3 काले कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर ही बॉर्डर पर डटे हुए है.
भाजपा व जजपा गठबंधन ने टूट गया लोगो का विश्वास
उन्होंने पूर्ण रूप से अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार को इस समय पर अपनी जिद्द छोड़ कर किसानों की मांगें मान लेनी चाहिए. इस समय देश के कुल 500 से अधिक किसान संगठन इस आंदोलन में हिस्सा ले रहे हैं. यह आंदोलन बहुत बड़े स्तर पर किया जा रहा है. अब इस मामले में सरकार किसानों के सयंम का इम्तिहान ले रही है. आगे, उन्होंने अपनी बात का विस्तार करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार आज किसानों का सबसे बड़ा विरोध झेल रही है. वही दुसरी ओर सरकार ने किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस व वाटर कैनन का इस्तेमाल करके किसानों पर काफी ज्यादा अत्याचार करने का काम भी किया है. इस समय प्रदेश में हुए निगम के चुनाव में भाजपा व जजपा गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है. अगर अब वर्तमान स्थिति की ओर रुख करे तो अब जनता का भाजपा सरकार में बिल्कुल भी विश्वास नहीं रहा है.
किसानों की असली दोषी जजपा पार्टी को बताया, कहा विपक्ष की ओर से आएगा अविश्वास प्रस्ताव, गिरेगी सरकार
अब अपनी बात का अंत करते समय उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार के खिलाफ अब अविश्वास प्रस्ताव के मामले में किसानों के मुद्दे पर पूरा विपक्ष जल्द ही एकजुट हो सकता है. ऐसे में जब यह प्रस्ताव पास होगा, तो उसी समय यह सरकार गिर सकती हैं. फिलहाल, केंद्र सरकार ने कोरोना के नाम पर संसद भवन में ताला लगा रखा है. यह केवल भाजपा राज (BJP Rule) में ही देखने को मिला है, जहां किसानों, विपक्ष व जनता की आवाज को अनसुना किया जा रहा है. आज केसमय में किसानों के असली दोषी जजपा पार्टी है.
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