चंडीगढ़ | हरियाणा और पंजाब की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अब व्यर्थ पानी बहाना महंगा पड़ सकता है. गर्मी के सीजन में पानी की मांग बढ़ने लगी है, ऐसे में पानी की बर्बादी करने वालों से नगर निगम सख्ती से निपटेगा. 15 अप्रैल यानि आज से प्रतिदिन सुबह साढ़े 5 बजे से साढ़े 8 बजे के बीच नगर निगम की टीमें शहर के प्रत्येक हिस्से में घूमेगी. इस दौरान पानी बर्बाद करते हुए कोई व्यक्ति सामने आया तो उसका 5,250 रूपए का चालान काटा जाएगा.
कोई नोटिस नहीं, सीधा कटेगा चालान
नगर निगम ने इसके लिए 18 एसडीई समेत विभिन्न जेई व अन्य कर्मचारियों की टीमें गठित की है जो सुबह तीन घंटे शहर के अलग- अलग हिस्सों में घूमेगी. इस दौरान अगर कोई भी ताजा पानी से वाहनों और कोर्टयार्ड को धोते हुए या लॉन में पानी देते हुए पाया गया तो उसको नोटिस नहीं दिया जाएगा बल्कि सीधे 5,250 रूपए का चालान थमा दिया जाएगा.
बिल में जुड़ेंगी चालान की राशि
उपभोक्ताओं से चालान की राशि पानी के बिल में जोड़कर वसूली जाएगी. इसके अलावा, अगर किसी के पानी के मीटर चैंबर में रिसाव या टंकी ओवर फ्लो हो रही होगी तो ऐसी स्थिति में संबंधित व्यक्ति को दो दिन का नोटिस दिया जाएगा. यदि दो दिन में रिसाव बंद नहीं किया गया तो भी 5,250 रूपए का चालान काटा जाएगा.
कट सकता है पानी का कनेक्शन
वहीं, जांच के दौरान अगर किसी घर की पानी की पाइप लाइन में बूस्टर पंप लगा मिला तो निगम की टीम द्वारा उसे तुरंत जब्त कर चालान काटा जाएगा. अगर चालान कटने के बाद भी कोई व्यक्ति बार- बार उल्लंघन करता है तो बिना किसी नोटिस के उसका पानी का कनेक्शन काट दिया जाएगा.
इसे माना जाएगा पानी की बर्बादी
- वाहन धोना, कोर्टयार्ड आदि की धुलाई और लॉन में पानी देना.
- ओवरहेड या अंडरग्राउंड पानी की टंकियों का ओवरफ्लो
- जलापूर्ति लाइन पर बूस्टर पंप लगाना
- वाटर मीटर चेंबर से रिसाव
- किसी अन्य कारण से पानी का दुरुपयोग
इस वजह से लिया गया फैसला
नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि गर्मियों में पानी की खपत 5460 लाख लीटर तक पहुंच जाती है जबकि नगर निगम की क्षमता भाखड़ा नहर और ट्यूबवेलों को मिलाकर भी इससे कम हैं. इसके चलते ही पानी का दुरूपयोग करने वालों का चालान काटने का फैसला लिया गया है.
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