ज्योतिष, Shani Jayanti | शनिदेव को कर्मफल दाता व न्यायधीश की उपाधि प्राप्त है. शनि देव को प्रसन्न करना बिल्कुल आसान नहीं है. वहीं, कुछ दिन ऐसे होते हैं जिसमें खास उपायों से शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है. इनमें से 1 दिन शनि जयंती है. ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती है, अबकी बार यह तिथि 19 मई को पड़ रही है. मान्यता है कि इस दिन शनि देव का जन्म हुआ था. शनि जयंती के दिन शनि देव की विधि विधान से पूजा करने का विशेष महत्व है.
शनि जयंती के पर्व पर शनिदेव की कुछ राशि के जातकों पर विशेष कृपा होगी. आज की इस खबर में हम आपको इन्ही राशियों के बारे में जानकारी देंगे.शनि करीब ढाई सालों में एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं. शनि के राशि परिवर्तन की वजह से कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व शनि की ढैया शुरू हो जाती है.
शनिदेव करेंगे इन राशि के जातकों का भाग्योदय
मकर राशि: शनि मकर राशि के स्वामी है, इसी वजह से इस राशि के जातकों को विशेष कृपा प्राप्त होगी. मकर राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम से कम पड़ता है. मकर राशि के लोग मजबूत तर्क और नेतृत्व के गुण वाले होते हैं.
वृषभ राशि: यह राशि शुक्र द्वारा शासित है. शुक्र और शनि को एक दूसरे का मित्र माना जाता है, परिणाम स्वरूप शनि इन राशि के जातकों को हमेशा अच्छे परिणाम प्रदान करते हैं. शुक्र की दशा और शनि के आशीर्वाद की वजह से इन राशि के जातकों को जीवन में सुख- समृद्धि मिलेंगी.
तुला राशि: यह राशि शनि की उच्च राशियों में से एक है. इस राशि के जातकों पर शनिदेव की विशेष कृपा होती है, शनि ग्रह इन्हें बड़ी ऊंचाइयां हासिल करने में मदद करते हैं. इनके अच्छे कर्मों का फल भी इन्हें मिलेगा.
कर्क राशि: इस राशि के जातकों पर शनि ग्रह की विशेष कृपा होगी, जिस वजह से इनकी परेशानियां कम हो सकती है. इस राशि के जातकों को हमेशा अपने परिवार और माता- पिता का सहयोग मिलता है. कर्क राशि के जातक कला, लेखन, पत्रकारिता और सरकारी नौकरियां जैसे रचनात्मक क्षेत्रों में अपार सफलता हासिल करते हैं.
कुंभ राशि: इस राशि के जातकों पर शनिदेव की हमेशा कृपा बनी रहती है. कुंभ राशि के जातकों को भगवान शनिदेव की विशेष कृपा की वजह से धन और प्रसिद्धि की कमी कभी अनुभव नहीं होती, इस राशि के जातक ईमानदार और शालीन होते है.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!