क्या आप भी शनि की साढ़ेसाती से हैं दुखी, तो आज ही करें यह जरूरी उपाय

ज्योतिष | शनिवार का दिन भगवान शनि देव को समर्पित होता है. इस दिन न्याय के देवता शनि देव की पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि देव की पूजा उपासना करने से जातक के जीवन में व्याप्त सभी दुख और कष्ट दूर हो जाते हैं. यदि साधक श्रद्धा भाव से भगवान शनिदेव की पूजा करते हैं तो इससे उनको सभी तकलीफों से छुटकारा मिल जाता है. ज्योतिष विद्वानों की मानी जाए तो साढेसाती से पीड़ित जातकों को हर दिन शनिदेव की पूजा आराधना करनी चाहिए, ऐसा करने से साढ़ेसाती का प्रभाव क्षीण हो जाता है.

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इस दिन शिव जी की पूजा उपासना करने से भी साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाती है. शनि देव खुद देवों के देव महादेव के परम भक्त हैं. शनि देव की कुदृष्टि शिव जी के भक्तों पर नहीं पड़ती. यदि आप भी साढ़ेसाती से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको रोजाना शिव महिमा स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए. ऐसा करके आप शनि के दुष्प्रभावों से छुटकारा पा सकते हैं.

करें ये जरूरी उपाय

  • शनिवार को हनुमान जी की पूजा, हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनि देव के प्रभाव से शांति मिलती है और अशुभ फल मिलना कम हो जाते हैं.
  • शनिवार को मछली, पक्षी और पशुओं को चारा खिलाने से शनि का प्रभाव कम हो जाता है. इसके साथ ही, साढ़ेसाती के अशुभ प्रभाव से आपको राहत मिलती है.
  •  हर दिन यदि मजबूर और लाचार लोगों को सामर्थ्य अनुसार, दान करें तो भी शनि देव शांत हो जाते हैं और अपने अशुभ प्रभाव आप पर नहीं दिखाते हैं.
  • शनिवार को नियमित सुबह के समय चिड़ियों को दाना और पानी देने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
  • शनिवार को लोहा, काले उड़द की दाल, काला तिल या काले वस्त्र का दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
  • पीपल के वृक्ष में शनि देव का वास माना जाता है.
  • शनिवार को किसी भी शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल में काला तिल और एक लोहे की कील मिलाकर शनि देव को अर्पिक करने से आपको साढ़ेसाती के प्रभाव से राहत मिलेगी.
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डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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