चंडीगढ़ | TGT की लिखित परीक्षा में 40 हजार युवा परीक्षा में शामिल होंगे. इनमें से लगभग 25 हजार युवा 8 विषयों के लिए परीक्षा दे चुके हैं जबकि 15 हजार की परीक्षा 13 और 14 मई को तय की गई थी. आज परीक्षा का आखिरी दिन है. 29 और 30 अप्रैल क़ो हुई परीक्षा में 1,900 ऐसे युवा है, जिन्होंने परीक्षा में आए सवालों पर लिखित ऑब्जेक्शन हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के पास भेजे हैं. आयोग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन आपतियों क़ो क्लियर करने का फैसला लिया है.
एग्जामिनर के पास भेजे गए सभी सवाल
सभी प्रश्न एग्जामिनर के पास भेजे गए हैं ताकि इनकी सत्यता पता लगाया जा सके. इनमें एक सवाल जनरल अवेयरनेस का है, जिसमें भिवानी व चरखी दादरी जिले के संबंधित गांव से जुड़ा मामला है. यह सवाल हरियाणा से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा, कई अन्य सवालों पर युवाओं ने आपत्ति जताई है. इन सभी की जानकारी संबंधित एग्जामिनर से मांगी गई है.
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि हेड एग्जामिनर को लिखा गया है और पूछा गया है कि वे इन सवालों के लिए स्पोटिंग डॉक्यूमेंट दें और साबित करें कि सवाल कहाँ से लिया गया है.
विभिन्न विषयों के लिए आयोजित की गई लिखित परीक्षा
अगर कोई भी सवाल गलत हुआ तो इसका लाभ परीक्षा देने वालों को मिलेगा. आज सभी विषय की परीक्षा पूरी हो जाएगी. अब अगले दो दिनों के अंदर आंसर की जारी होगी. इसके बाद, ऑब्जेक्शन कर पाएंगे फिर रिवाइज आंसर की जारी की जाएगी. साथ ही, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा. फिर मेरिट के आधार पर जून महीने के आखिर तक भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी.
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने टीजीटी के 7,441 पदों के लिए लिखित परीक्षा ली है. इनमें टीजीटी संस्कृत म्यूजिक, उर्दू सोशल स्ट आर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, होम साइंस, साइंस, मैथ आदि शामिल हैं. इन सभी की परीक्षाओं का आयोजन पंचकूला के सेंटरों पर किया जा रहा है.
दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई
HSSC ने फैसला लिया है कि जिन युवाओं ने टीजीटी भर्ती के दौरान सामाजिक आर्थिक कैटेगरी के 5 अंकों का लाभ लिया है, उन सभी के नाम अगले हफ्ते सार्वजनिक किए जाएंगे. आमजन भी इनके नामों पर आपत्ति जता सकेंगे आपत्ति जताने वालों के नाम गोपनीय रखे जाएंगे. यदि किसी युवा ने गलती से इन अंकों का लाभ लिया है तो वे इसे वापिस ले सकते हैं.
यदि ऐसा नहीं करते तो उनसे आयोग पूछेगा कि 5 अंकों का लाभ गलत तरीके से लिया है या सही. इसके बावजूद, यदि कोई उम्मीदवार सही जानकारी नहीं देता और उसको सिलेक्शन हो जाता है तो सीआईडी द्वारा जांच की जाएगी. वह 3 साल के लिए आयोग की परीक्षाओं व सिलेक्शन लिस्ट से बाहर किया जायेगा तथा उम्मीदवार पर एफआईआर होगी.
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