चंडीगढ़ | बुधवार से देश के उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में सक्रिय हुए एक नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक बार फिर हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. इस दौरान 17 और 18 मई को बादल छाए रहने, तेज रफ्तार हवाएं चलने और हल्की बारिश होने की संभावना है. भारतीय मौसम विभाग ने इसे लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि वर्तमान में ऊपरी वायुमंडल में चल रही जेट धाराओं के दक्षिणी रुख के कारण इस माह में पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी साबित हो रहा है. उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर कमजोर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण उत्तरी राजस्थान और राज्य के दक्षिणी हिस्सों पर कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण 13 से 15 मई के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बूंदाबांदी की गतिविधियां दर्ज की गईं. इससे तापमान में भी आंशिक गिरावट दर्ज की गई. मंगलवार को हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में अधिकतम तापमान 39.0 से 42.0 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया.
19 मई से फिर बढ़ेगा तापमान
19 से 22 मई के दौरान एक बार फिर हवाओं की दिशा बदलने से तापमान में बढ़ोतरी और गर्मी अपना असर दिखाएगी लेकिन 23 मई को एक नया ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 23 से 25 मई के दौरान फिर से प्री-मानसून गतिविधियां देखने को मिलेंगी. इस साल भी नौतपा में तापमान में उतार- चढ़ाव बना रहेगा. नारनौल में मंडी में खुले आसमान के नीचे रखी सरसों की हजारों बोरियां भीग गईं.
सरकार के आदेश के बाद 11 व 12 मई को हैफेड की ओर से आढ़तियों द्वारा एक लाख क्विंटल से अधिक सरसों की खरीद की गई थी लेकिन अभी तक खरीदी हुई सरसों का उठाव नहीं हुआ है. इस कारण सरसों आज भी खुले आसमान के नीचे रखी है जिससे नारनौल अनाज मंडी में रखी हजारों क्विंटल सरसों सोमवार को हुई बारिश में भीग गई. वहीं, मौसम विभाग ने 18 मई तक आंधी के साथ बारिश होने की संभावना जताई है.
इस बार जिले की सभी मंडियों में अब तक 51,284 मीट्रिक टन सरसों की आवक हुई है, जिसमें से 50,889 मीट्रिक टन सरसों की खरीद की जा चुकी है. इसमें से अब तक 28,486 मीट्रिक टन सरसों का उठाव हो चुका है. अभी भी 22,798 मीट्रिक टन सरसों मंडियों में पड़ी है.
पिछले तीन दिनों से लगातार मौसम हो रहा करवट
जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार मौसम करवट बदल रहा है जिसके तहत शाम के समय तेज आंधी के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही है. सोमवार को तेज बारिश देखने को मिली जिससे नारनौल मंडी में खुले में रखी हजारों क्विंटल सरसों भीग गई. वहीं, मौसम विभाग ने भी 18 मई तक मौसम में बदलाव की संभावना जताई है. ऐसे में बाजार में खुले में पड़ी सरसों को चुना जाए. जल्द ही सरसों खराब होने की संभावना है.
वहीं, दोबारा बारिश होने पर भीगने का डर है क्योंकि बारिश से बचाने के लिए एजेंसियों की ओर से कोई इंतजाम नहीं किया गया है. हालांकि, मंडी में दो टीनशेड हैं लेकिन दोनों टीनशेड भी सरसों की बोरियों से भरे हुए हैं.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!सरसों तुड़ाई का काम लगातार चल रहा है लेकिन पिछले दो दिनों में 26 हजार मीट्रिक टन सरसों की खरीद हो चुकी है जबकि इससे पहले पूरे माह में 30 हजार मीट्रिक टन सरसों की खरीद होती थी इसलिए उठान में समय लग रहा है. वहीं, मौसम भी लगातार खराब होता जा रहा है जिससे उठाव कार्य बाधित हो रहा है लेकिन फिर से हम जल्द से जल्द लिफ्टिंग करने की कोशिश कर रहे हैं- नीरज त्यागी, जिला महाप्रबंधक हैफेड नारनौल