हरियाणा बोर्ड 10वीं के टॉपर हिमेश ने बताया सक्सेस मंत्र, रोजाना 4 घंटे पढ़ाई; बनना चाहते है IAS

फतेहाबाद | हरियाणा बोर्ड ने मंगलवार को 10वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है. फतेहाबाद के छात्र हिमेश ने कक्षा 10वीं के परिणाम में 500 में से 498 अंक प्राप्त कर हरियाणा में पहला स्थान प्राप्त किया है. हिमेश इतनी लगन से पढ़ाई करते थे कि पढ़ाई के बाद खाना छोड़ने पर उन्हें अपने माता- पिता से डांट भी पड़ती थी. वह अब यूपीएससी क्रैक करना चाहता हैं और भविष्य में आईएएस अधिकारी बनना चाहता है.

Himesh Fatehabad

15 साल के हिमेश ने बताया कि जब रिजल्ट आया तो पापा ने सबको रिजल्ट के बारे में बताया लेकिन किसी ने विश्वास नहीं किया. लेकिन बाद में जब यह खबरों में आया और इसका नतीजा देखा तो सभी को यकीन हो गया. अब रिजल्ट से पूरा परिवार खुश है.

सोशल मीडिया से बनाई दूरी

आज के आईटी के जमाने में इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील बनाने में जुटे छात्र- युवाओं को संदेश देते हुए हिमेश ने कहा कि छात्रों को पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए और इंस्टा, फेसबुक पर रील बनाने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए. हरियाणा में नंबर वन रैंक की इस उपलब्धि तक पहुंचने में हिमेश को अपने शिक्षकों, स्कूल प्रबंधन और परिवार का पूरा सहयोग मिला. यहां तक ​​कि अपने स्कूल के तीन सहपाठियों के सहयोग को भी हिमेश ने बेहद अहम बताया.

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हिमेश बताते हैं कि 10वीं में फिजिक्स (विज्ञान) उनका पसंदीदा विषय था. हालांकि, वह मैथ्स को ज्यादा समय देते थे. उनके लिए खास किताबें भी ली गई. हिमेश ने कहा कोई भी विषय कठिन नहीं होता. हां, अगर किसी विषय को कठिन मान लिया जाए तो वह कठिन हो जाता है. विश्वास न हो तो सब कुछ आसान है.

पिता ने बताया कैसे की तैयारी

हिमेश रोजाना 4 घंटे पढ़ाई को देते थे लेकिन परीक्षा के समय पढ़ाई का समय बढ़ा दिया. हिमेश ने कहा कि मैं इसी तरह पढ़ाई जारी रख कर आईएएस अफसर बनना चाहता हूं. वहीं, हिमेश के पिता राजेश कुमार ने कहा कि बेटा हिमेश हर समय पढ़ाई करता है. पढ़ाई के अलावा और कोई शौक नहीं है लेकिन अगर मैंने कभी हिमेश को डांटा है तो वह भी समय पर खाना न खाने के लिए.

पिता ने कहा बेटा जिस तरह पढ़ाई को वक्त देता है, उससे लगता था कि बेटा जरूर कुछ अच्छा करेगा लेकिन यह नहीं पता था कि वह हरियाणा में टॉप करेगा लेकिन आज हम बेटे की उपलब्धि से खुश हैं. मैं ग्रुप डी का कर्मचारी हूं और मुझे केवल 4 साल पहले ही नौकरी मिली थी. हमारा परिवार बहुत बड़ा है और पूरे परिवार की जिम्मेदारी मुझ पर है.

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बेटा आईएएस अधिकारी बनना चाहता है, उसे जिस तरह की कोचिंग और अन्य सुविधाओं की जरूरत होगी हम उसका खर्च उठाने की कोशिश जरूर करेंगे लेकिन हमारा बच्चा जिसने हरियाणा में टॉप करके राज्य का नाम रोशन किया है, उसे भी सरकार से कुछ मदद मिलनी चाहिए.

मां को नहीं हुआ विश्वास

हिमेश की मां बबिता ने कहा बेटे का पढ़ाई के प्रति समर्पण देखकर मुझे यकीन था कि बेटा कुछ अच्छा करेगा लेकिन हमें उम्मीद नहीं थी कि बेटा हरियाणा में टॉप करेगा. आज इस उपलब्धि को देखकर हमारी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मैंने कभी अपने बेटे को डांटा भी है तो वो भी पढ़ाई के चक्कर में समय पर खाना नहीं खाने पर.

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बेटे की लगन पर हमें पूरा भरोसा है कि वह भविष्य में भी अच्छा करेगा. मैं अन्य माता- पिता और बच्चों से भी यही कहना चाहूंगा कि पढ़ाई को समय देना चाहिए और पढ़ाई को दिल से लगाना चाहिए ताकि माता- पिता का नाम रोशन हो सके और बच्चे अपना जीवन खुशहाल बना सकें.

पंचायत मंत्री ने घर पहुंचकर दी बधाई

फतेहाबाद के कस्बे भूना के छात्र हिमेश को उसकी इस उपलब्धि पर बधाई देने के लिए हरियाणा के पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली छात्र के घर पहुंचे और हिमेश व उसके परिवार को बधाई दी. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि हमारे भूना कस्बे के छात्र हिमेश की मेहनत और लगन से आज परिवार में खुशी का माहौल है. मैं कामना करता हूं कि हिमेश इसी तरह अपने माता- पिता और राज्य का नाम रोशन करें. राज्य सरकार भी शिक्षा में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही है और राज्य सरकार की शिक्षा नीति के कारण न केवल निजी स्कूल बल्कि सरकारी स्कूल भी बेहतर परिणाम प्राप्त कर रहे हैं.

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