ज्योतिष | सावन का महीने की जल्द शुरुआत होने वाली है. जैसा कि आपको पता है कि सावन का महीना (Sawan 2023) भगवान भोलेनाथ को समर्पित माना जाता है. इस महीने में उनके भक्त उनको प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना और व्रत करते हैं. अबकी बार भोलेनाथ के भक्त उनको 1 महीने के बजाय पूरे 2 महीने प्रसन्न कर पाएंगे. यदि भक्त सच्चे मन से भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हैं तो भगवान उनकी सभी मनोकामनाए पूरी कर देते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास की पूर्णिमा के बाद सावन के महीने की शुरुआत होती है.
4 जुलाई से शुरू होगा सावन का महीना
अबकी बार सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होने वाला है. सावन का महीना पूरे 59 दिन चलने वाला है. अबकी बार सावन के महीने में अधिक मास भी पड़ रहा है, जिसकी वजह से यह महीना 30 दिनों का ना होकर 59 दिनों का रहेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, अबकी बार सावन के महीने में 5 नहीं, बल्कि 8 सोमवार के व्रत हैं. ऐसा इसीलिए है क्योंकि अबकी बार सावन का महीना 59 दिनों का होने वाला है. पहला सावन का सोमवार 10 जुलाई को है, अंतिम सोमवार 28 अगस्त 2023 को पड़ रहा है.
पूजा में अवश्य शामिल करें ये चीजें
भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना करने के लिए सावन का महीना सबसे पवित्र और सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. श्रद्धालु इस महीने में कावड़ यात्रा पर भी जाते हैं. सावन के महीने में हरिद्वार में भी काफी भीड़ देखने को मिलती है. भगवान भोलेनाथ के भक्त उन को प्रसन्न करने के लिए कावड़ लेकर आते हैं. सावन के महीने में सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा कर आप उन्हें प्रसन्न कर सकते है और उनका आशीर्वाद आप कर सकते हैं. इसीलिए आपको गंगाजल, बेलपत्र, कच्चा दूध, काले तिल, मिठाई, शक्कर, धतूरा, शमी की पत्ती, शहद आदि को पूजा में शामिल करना चाहिए.
इस प्रकार करें भगवान भोलेनाथ की पूजा
- सावन के महीने के पहले सोमवार में ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और अपने निर्मल हाथों में जल लेकर व्रत का संकल्प लें.
- इसके बाद, भगवान भोलेनाथ का दूध और गंगाजल से अभिषेक करें, अब शक्कर और शहद अर्पित करें.
- भगवान भोलेनाथ पर धतूरा और बेलपत्र चढ़ाएं.
- अब हाथ जोड़कर प्रणाम करें और उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं.
- इस दौरान ओम नमः शिवाय मंत्र का जप भी अवश्य करें.