पुरानी दिल्ली के रबड़ी फालूदा जैसा स्वाद कहीं नहीं, बटवारे से पहले पाकिस्तान में थी दुकान

नई दिल्ली | देश की राजधानी दिल्ली का मसालेदार स्ट्रीट फूड जितना मशहूर है, उतना ही नमकीन और मीठा भी अपनी खास पहचान रखता है. पुरानी दिल्ली में आपको कई ऐसी दुकानें मिल जाएंगी जिनके लोग व्यंजन खाने के दीवाने हैं. यहां दुकानें कई दशकों पुरानी भी हैं, जहां पर लोग एक बार स्वाद चखने के बाद बार- बार खुद खींचे चले आते हैं. इन्हीं दुकानों में से एक है ‘ज्ञानी दी हट्टी’ है. इनके रबड़ी फालूदा को खाने के लिए अक्सर लोगों की भीड़ जुट जाती है.

Rabdi Faluda

100 रुपये का है गिलास

दुकान के बारे में जानकारी देते हुए मालिक कुलदीप सिंह ने बताया कि यह दुकान 1956 की है. इस दुकान का नाम उन्होंने उनके पिता स्वर्गीय ज्ञानी गुरचरण सिंह के नाम पर रखा है. उनके पिता चांदनी चौक पर छोटा ठेला लगाते थे. इसके बाद, उन्होंने ये दुकान खोली. कुलदीप सिंह ने बताया कि फिलहाल यहां रबड़ी फालूदा के एक गिलास का रेट 100 रुपये है.

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पाकिस्तान में थी पहले दुकान

कुलदीप सिंह ने बताया कि उनके पिता की पाकिस्तान के लायलपुर में रबड़ी फालूदा की दुकान थी. देश के विभाजन के बाद उनके पिता ने दिल्ली में यह दुकान दोबारा शुरू की. जब उनसे रबड़ी फालूदा की खासियत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसमें अच्छी क्वालिटी के सूखे मेवे, दूध, खोया और खुद से बनाई गई बर्फ का इस्तेमाल किया जाता है.

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ग्राहकों ने दी ये प्रतिक्रिया

ग्राहक अरु सूद ने बताया कि वह 10- 15 साल से इस दुकान पर आ रहे हैं. उनकी रबड़ी जैसा प्रामाणिक स्वाद कोई दूसरा नहीं है. वहीं, अहमदाबाद से आए एक शख्स ने कहा कि उन्हें यहां का स्वाद बहुत पसंद आया है और वह सोच रहे हैं. अपने यहां भी ऐसी दुकान खोलें.

ऐसे पहुंचे ज्ञानी दी हट्टी पर

ज्ञानी दी हट्टी तक पहुंचने के लिए आपको येलो लाइन मेट्रो लेनी होगी और चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन पर उतरना होगा और गेट नंबर 5 से बाहर आकर फतेहपुरी मस्जिद की ओर आना होगा. यहीं पर आपको ये दुकान मिल जाएगी. यह दुकान सप्ताह के सातों दिन सुबह 10 बजे से रात 11 बजे तक खुली रहती है. दुकान पर पत्थर लोगों की बड़ी भीड़ देखने को मिलती है. इसलिए थोड़ा समय तक इंतजार भी करना पड़ सकता है.

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