फतेहाबाद । मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण शुरू हो गया है. इस बार अगर किसान पंजीकरण नहीं करवाते, तो उन्हें फसल खरीदारी में दिक्कत आएगी. पिछली बार अनेक किसानों ने पंजीकरण नहीं करवाया था. ऐसे में किसानों को मंडी से बाहर ही फसल को बेचना पड़ा था.
15 फरवरी तक किसान कर सकेंगे पंजीकरण के लिए आवेदन
बता दें कि करीब 10 दिन पहले ही मेरी फसल मेरा ब्यौरा पंजीकरण शुरू हो गया है, लेकिन अभी यह पोर्टल पूरी तरह से नहीं चल पाया है. इसमें दिक्कतें आ रही है. कभी है चल रहा है, तो कभी बंद हो रहा है. अभी तक जिले में केवल 20 फ़ीसदी किसान ही अपनी फसल का पंजीकरण करवा पाए है. सरकार द्वारा 15 फरवरी तक पंजीकरण करवाने के लिए कहा गया है.
उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पंजीकरण करवाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. उसके लिए परिवार पहचान पत्र बनवाना भी आवश्यक है. ऐसे में किसानों को फसल का पंजीकरण करवाना है तो उन्हें फैमिली आईडी भी बनानी होगी, अगर कोई किसान पंजीकरण नहीं करवाता तो उसकी फसल नहीं खरीदी जाएगी.
पहले सिर्फ सरसों की फसल का ही होता था पंजीकरण
पहले सरकार द्वारा सिर्फ सरसों की फसल ही पंजीकृत किसानों से खरीदी जाती थी. अब तो गेहूं,चना,सूरजमुखी सहित अन्य फसल भी पंजीकृत किसानों से ही खरीदी जाएगी. ऐसे में सभी किसानों के लिए यह आवश्यक है कि वह पंजीकरण करवाएं. इस पोर्टल पर किसान फसलों की जानकारी भरेगा,उसका सत्यापन होगा.
यह सत्यापन उपायुक्त की अध्यक्षता में संबंधित एसडीएम, डीआरओ,तहसीलदार,एडीओ,पटवारी व नंबरदार करेंगे.रबी सीजन की खरीद होने वाली फसलों के पूरे पंजीकरण में किसानों को यह बताना होगा कि वह पेमेंट सीधे बैंक के जरिये लेंगे या आढ़ती के माध्यम से लेंगे. पोर्टल पर जानकारी भरने के दौरान ही यह जानकारी अंकित करनी होंगी. प्रदेश में पिछली साल ही मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के माध्यम से फसलों की खरीद शुरू हुई थी.
ये दस्तावेज होंगे अपलोड
- पंजीकरण करवाते समय किसान का नाम
- किला नंबर।
- खाता नंबर।
- फैमिली आइडी।
- मंडी व आढ़ती का नाम।
- मोबाइल नंबर
अब जाने जिले में फसलों का आंकड़ा फसल रकबा (हेक्टेयर में)
- गेहूं 1. 70 लाख
- सरसों 25 हजार
- चना 3 हजार
- जौ 2 हजार
- गन्ना 8 हजार
- सब्जी 3 हजार
- बागवानी 4 हजार
- हराचारा 10 हजार