चंडीगढ़ | हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. जिसके तहत, सरकार 1 लाख रुपये तक की इनकम वाले परिवारों को 3 साल बाद सरसों का तेल देने जा रही है. अब इस तेल को फोर्टिफाइड किया जाएगा यानी चावल, दूध या फोर्टिफाइड आटे के बाद अब सरकार तेल में विटामिन मिलाकर लोगों को देगी ताकि यह उनकी सेहत के लिए भी खूब फायदेमंद हो.
2019 में हुई थी तेल की शुरूआत
बता दें प्रदेश में सरसों के तेल की शुरुआत साल 2019 में हुई थी. उसके बाद साल 2021 में जब सरसों की कीमतें आसमान छूने लगीं तो सरसों तेल की सप्लाई रोक दी गई. यह अभी भी बंद ही था कि सरकार ने पिछले महीने ही फैसला लिया था कि अब जब सरसों की कीमतें थोड़ी कम हो गई हैं तो गरीब लोगों को सरसों का तेल दिया जाना चाहिए. इसके लिए हरियाणा की दो एजेंसियों का चयन किया गया.
जुलाई माह में लिए गए फैसले के बावजूद डिपो को तेल की आपूर्ति नहीं की गई. अब सभी जिलों में पात्र परिवारों को जुलाई और अगस्त माह के लिए 2- 2 लीटर सरसों का तेल भेजा गया है, जो इसी महीने से वितरित किया जाएगा. इसके लिए प्रक्रिया जारी है. इसमें पात्र लोगों को मशीन में दो बार अंगूठा लगाकर दो माह तक तेल लेना होगा.
दो एजेंसियों को दिया गया ठेका
राज्य के 22 जिलों में तेल आपूर्ति के लिए दो एजेंसियों को ठेका दिया गया है. इसमें 15 जिले हैफेड और 7 जिले एग्रो को दिए गए हैं. दोनों एजेंसियां फोर्टिफाइड ऑयल डिपो तक डिलीवरी करेंगी. इसमें विटामिन भी मिलाना होगा.
इतने परिवारों में वितरित होगा तेल
यह तेल हरियाणा के परिवार पहचान पत्र (PPP) में एक लाख रुपये तक आय वाले करीब 18.20 लाख परिवारों को दिया जाना है. इस तरह हर माह दो लीटर के हिसाब से करीब 36 लाख 40 हजार लीटर तेल वितरित किया जाएगा. यह बीस रुपये प्रति लीटर की दर से दिया जायेगा.
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