हरियाणा बोर्ड में 57 साल बाद महिला को मिली सचिव पद की जिम्मेदारी, ज्योति मित्तल को मिला सेवा करने का मौका

भिवानी | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) के 57 साल के इतिहास में पहली बार किसी महिला को सचिव पद की जिम्मेदारी मिली है जोकि भिवानी की बेटी ज्योति मित्तल हैं. साल 2020 की एचसीएस ज्योति मित्तल (Jyoti Mittaal) बुधवार को अपना कार्यभार संभालेंगी. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से 8वीं, 10वीं और 12वीं करने वाली ज्योति मित्तल को अब इस बोर्ड में सेवा करने का मौका मिल रहा है जिसे लेकर वह खुद काफी उत्साहित और गौरवान्वित महसूस कर रही हैं.

BSEH Haryana Board

फिलहाल कैथल के गुल्हा चीका में है ज्योति की पोस्टिंग

ज्योति मित्तल तोशाम के एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं. दादा तथा पिता की प्रेरणा से कड़ी मेहनत करके उन्होंने 2020 में पहले प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की और एचसीएस अधिकारी बन गईं. उनकी पहली नियुक्ति रोहतक में सीटीएम के पद पर हुई थी. यहां के बाद पंचकुला में संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा अनुसंधान, फिर हिसार में जिला परिषद सीईओ, वहां से बीडीपीओ हांसी, फिर खरखौदा एसडीएम और अब कैथल के गुल्हा चीका में एसडीएम के पद पर हैं. अब उन्हें पूर्व सचिव कृष्ण कुमार के स्थान पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का सचिव नियुक्त किया गया है.

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ज्योति ने ऐसे शुरु की पढ़ाई

बता दें कि ज्योति मित्तल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा तोशाम के अग्रसेन सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की. साल 2007 में इसी स्कूल से मेरिट में 12वीं पास की. 2011 में टीआईटीएस भिवानी से बी.टेक की डिग्री पूरी की. सर्वकालिक टॉपर ज्योति मित्तल ने बी.टेक. किया जिसमें गोल्ड मेडल प्राप्त किया. साल 2013 में उन्होंने एसएससी सीजीएल परीक्षा उत्तीर्ण की, जिसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज पर फोकस किया. साथ ही, उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और 2017 में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की. ज्योति मित्तल ने एमए इकोनॉमिक्स भी किया है.

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शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने का कर रही प्रयास: मित्तल

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (BSEH) में नियुक्ति पर एचसीएस ज्योति मित्तल ने कहा कि वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं. जहां उन्होंने पढ़ाई की, वहीं सेवा करने का मौका मिल रहा है. वे पहले एक सप्ताह तक बोर्ड की कार्यप्रणाली को समझेंगी और उसके बाद अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए सभी योजनाओं को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने का प्रयास करेंगी. एसडीएम के रूप में भी वे बेहतर स्कूली शिक्षा के लिए प्रयासरत हैं और यहां भी शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने का प्रयास कर रही हैं.

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