चंडीगढ़ | देश में इन दिनों कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम चल रहा हैं. इनमें से एक इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) द्वारका में स्थित है. जानकारी के मुताबिक, इसे रविवार को सौंपा जाएगा. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों को द्वारका एक्सप्रेसवे के उस हिस्से को यातायात के लिए खोलने की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है जो तैयार हो चुका है.
एक्सप्रेसवे 2024 तक बनकर होगा तैयार
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर में इस एक्सप्रेसवे के एक हिस्से का उद्घाटन कर सकते हैं. बता दे द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway) की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है. पहले चरण में इसकी 19 किलोमीटर लम्बी तक सड़क खोली जाएगी क्योंकि दिल्ली सीमा में करीब 10 किलोमीटर लंबे हिस्से पर काम चल रहा है.
इसमें आठ लेन सुरंग को बनाने का काम भी चल रहा है. इस कारण प्रोजेक्ट पूरा होने में समय लग रहा है, लेकिन दिल्ली- हरियाणा सीमा से दिल्ली- जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर खेड़की दौला टोल प्लाजा तक का हिस्सा यातायात के लिए जल्द ही खोला जाएगा. एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल कुछ सेक्शन ही वाहन चालकों को दिल्ली के बाहर से दिल्ली- जयपुर हाईवे तक पहुंचने में मदद करेंगे. पूरा एक्सप्रेसवे फरवरी 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा.
जाम से मिलेगी मुक्ति
दूसरी तरफ दिल्ली- जयपुर नेशनल हाईवे पर भीषण जाम से निजात दिलाने के लिए शिव मूर्ति से खेड़की दौला टोल प्लाजा तक द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है. यह एक्सप्रेसवे सीधे तौर पर शहरी विस्तार रोड-2 (UER-2) से भी जुड़ा होगा जो हवाई अड्डे और फरीदाबाद से शुरू होकर दक्षिण- पश्चिम दिल्ली से होते हुए सिंघु बॉर्डर तक जाएगा. इससे दिल्ली के भीतर वाहनों के दबाव को कम करने में काफी हद तक मदद मिलेगी.
ये होगा फायदा
बता दें कि आठ-लेन एक्सप्रेसवे को पूरी तरह से यातायात के लिए खोलने से जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्री कार यूनिट वाहनों की संख्या प्रतिदिन दो से तीन लाख तक कम करने में मदद मिलेगी, इसलिए द्वारका एक्सप्रेसवे को जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग का बाईपास भी कहा जा सकता है.
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