नई दिल्ली | राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में सर्दी के सीजन की शुरुआत से ही वायु प्रदुषण से निपटने की तैयारियां शुरू हो गई है. आज से इन क्षेत्रों में ग्रेडेड रेस्पॉन्स ऐक्शन (GRAP) प्लान लागू किया जाएगा. इसका पहला चरण तब लागू होगा जब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 200 के पार चला जाएगा. पूर्वानुमान के मुताबिक, आज से 10 अक्टूबर तक प्रदुषण सामान्य स्थिति में रहने की संभावना है. हवा खराब होने के पूर्वानुमान के साथ ही GRAP को लेकर मीटिंग भी होगी.
बता दें कि दो साल पहले तक 15 अक्टूबर से ग्रेप लागू किया जाता था लेकिन अब इसे 1 अक्टूबर से लागू किया जा रहा है. इस बार GRAP को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए कुछ नियमों में बदलाव किया गया है.
हालांकि, कृषि विशेषज्ञों ने इस बार पराली जलने की घटनाओं में गिरावट की आंशका जताई थी लेकिन शुरुआत को देखते हुए ऐसा नजर नहीं आ रहा है. पंजाब और हरियाणा दोनों ही राज्यों में पराली जलानें की घटनाएं पिछले साल जितनी ही दर्ज हो रही हैं और पिछले कुछ दिनों से इसमें तेजी भी आई है.
वहीं, इस बार दशहरा और दीपावली पर्व भी लेट आ रहें हैं. दशहरा 24 अक्टूबर को तो दिवाली 12 नवंबर को होगी और उस समय हवा में नमी की मात्रा ज्यादा रहेगी. ऐसे में अगर पटाखे चले तो प्रदूषण बहुत ज्यादा बढ़ सकता है. हालांकि, दिल्ली- एनसीआर क्षेत्र में पहले ही आतिशबाज़ी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
आज से होंगे यह बदलाव
- औद्योगिक क्षेत्र सहित अन्य जगहों पर डीजल संचालित जैनरेटर पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
- खुले में निर्माण सामग्री की लोडिंग- अनलोडिंग नहीं कर सकेंगें और सड़क पर निर्माण सामग्री नहीं रख सकते हैं.
- अगर गाड़ी से धुंआ निकलता दिखाई दिया तो तुरंत कार्रवाई होगी.
- दिल्ली- NCR में पटाखों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है.
- खुले में कुड़ा जलाने और आग लगाने पर तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
- सड़कों पर धूल- मिट्टी न उड़े इसके लिए पानी का छिड़काव किया जाएगा और सड़कों की मैकेनिकल तरीके से सफाई होगी.
ला नीना बढ़ाएगा चिंता
ला नीना के प्रभाव की वजह से सर्दियों में हवाओं की रफ्तार काफी धीमी रहेगी. इसके चलते प्रदूषण में इजाफा हो सकता है. पिछले 2 सालों से अन नीनो की वजह से हवाएं तेज थी. अल नीनो के दौरान समुद्र की सतह गर्म होती है और ला नीना के दौरान यह ठंडी होती है. इसी कारण हवाएं भी ठंडी- गर्म होती हैं और क्लाइमेट पर असर डालती हैं.
GRAP के चार चरण
स्टेज- 1 (AQI 201- 300)
- आपातकालीन स्थिति में ही डीजल जेनरेटर चलाने की अनुमति दी जाएगी.
- निर्माण साइटों पर एंटी स्मॉग गन जैसे उपाय.
- सिविक एजेंसियां मशीनों से सफाई करेंगी.
- पटाखों पर पूरी तरह रोक.
स्टेज- 2 (AQI 301- 400)
- प्राइवेट गाड़ियों को कम करने के लिए पार्किंग फीस बढ़ाना.
- CNG/ इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो सर्विस में इजाफा.
- सिक्योरिटी गार्ड को इलेक्ट्रिक हीटर दिए जाएंगे.
स्टेज- 3 (AQI 401- 450)
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ाने के साथ पीक और ऑफ पीक आवर में अलग किराए लागू करना.
- जरूरी प्रोजेक्ट छोड़ अन्य निर्माण पर रोक.
- BS- 3 पेट्रोल और BS- 4 डीजल कारों के संचालन पर रोक.
स्टेज- 4 (AQI 450 से ज्यादा)
- दिल्ली में जरूरी सामानों के अलावा अन्य डीजल ट्रकों की एंट्री पर रोक.
- 50% स्टाफ वर्क फ्रॉम होम रहेंगे (राज्य सरकार पर निर्भर).
- स्कूल- कॉलेज, गाड़ियों को ऑड- ईवन पर चलाने का फैसला हो सकता है.