नई दिल्ली | प्रदुषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार का ग्रीन वॉर रूम (GWR) आज से काम करना शुरू कर देगा. इसके अलावा, सीएम अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 15 सूत्री एक्शन प्लान लॉन्च किया है. 15 सूत्री एजेंडे के तहत धूल प्रदूषण, वाहनों से निकलने वाली जहरीली गैसों और खुले में कूड़ा जलाने पर जोर दिया गया है. 28 सितंबर को दिल्ली सरकार ने आगामी सर्दियों के मौसम के दौरान राजधानी में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 15 सूत्री एजेंडा जारी किया था.
GWR इस प्रकार करता है काम
दिल्ली सरकार का ग्रीन वॉर रूम दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति पर नजर रखता है. इसके लिए GWR सैटेलाइट डेटा का भी इस्तेमाल करता है. ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के मुताबिक, दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में खेतों में लगी आग से जुड़े सैटेलाइट डेटा का विश्लेषण करने के साथ- साथ प्रदूषण से जुड़े डेटा का विश्लेषण करते हैं और प्रदूषण की गंभीरता के बारे में जानकारी देते हैं.
वॉर रूम को ग्रीन दिल्ली ऐप से भी जोड़ा गया है ताकि दिल्ली के लोगों की प्रदूषण और कूड़ा जलाने की शिकायतें प्राप्त करना संभव हो सके. ग्रीन वॉर रूम दिल्ली में विध्वंस स्थलों, रेडी- मिक्स कंक्रीट संयंत्रों और कचरा जलाने पर धूल प्रदूषण की जांच करने के लिए दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
जानें क्या है ग्रीन वार रूम
अरविंद केजरीवाल सरकार का ग्रीन वॉर रूम साल 2020 में लॉन्च किया गया था. यह प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नवीनतम तकनीकों से लैस है. GWR वायु गुणवत्ता निगरानी उपकरण, वैज्ञानिकों और डेटा विश्लेषकों सहित विशेषज्ञों की एक टीम से सुसज्जित है. GWR दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारकों पर नजर रखेगा. दिल्ली सरकार का विंटर एक्शन प्लान भी इस काम में मदद करेगा. यह 15 प्वाइंट विंटर एक्शन का हिस्सा है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 2022 में दिल्ली सचिवालय में एक ‘ग्रीन वॉर रूम’ का उद्घाटन किया था. इसके प्रभावी संचालन को सुनिश्चित करने के लिए 12 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!