फरीदाबाद | नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को हरियाणा के जिला फरीदाबाद से जोड़ने के लिए ग्रीन हाईवे के निर्माण की राह अब आसान हो गई है. करीब 8 किलोमीटर हाईवे को एलिवेटेड बनाने की योजना पर राज्य सरकार ने सड़क एवं परिवहन मंत्रालय से अपनी सहमति दे दी है. सीएम मनोहर लाल ने इस हाईवे को एलिवेटेड बनाने की योजना पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से चर्चा की थी. जिसके बाद, इस पर सहमति बनी है.
यह होगा लाभ
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि मास्टर प्लान के तहत विकसित होने वाले सेक्टर दो हिस्सों में नहीं बंटेंगे. फिलहाल, ग्रीन हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है लेकिन ऊंचे हिस्से पर काम शुरू नहीं हुआ है. एलिवेटेड रोड बनाने की योजना पर सहमति के बाद आने वाले दिनों में काम में तेजी आने की उम्मीद है.
आपको बता दें कि फरीदाबाद के सेक्टर-65 से लेकर जेवर एयरपोर्ट तक छह लेन का ग्रीन हाईवे बनाया जा रहा है, जो दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक रोड को यूपी के केजीपी एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ते हुए जेवर के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचेगा. फरीदाबाद में ग्रीन हाईवे 12 गांवों से होकर गुजर रहा है. जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है.
हाईवे इन रिहायशी इलाकों से होकर गुजरेगा
मास्टर प्लान- 2031 के तहत ,विकसित किए जाने वाले हाईवे का मार्ग सेक्टर- 117, 118, 122, 123 से होकर गुजर रहा है. सड़क बनने से यह सेक्टर दो भागों में बंट जाएगा. इसलिए डीसी फरीदाबाद की अध्यक्षता में एनएचएआई, फरीदाबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एफएमडीए) और अन्य विभागों के बीच हुई बैठक में इस क्षेत्र में हाईवे को ऊंचा करने की योजना बनाई गई.
राज्य सरकार 225 करोड़ रुपये का देगी सहयोग
राज्य सरकार एलिवेटेड रोड के नीचे के क्षेत्र का उपयोग मास्टर प्लान के अनुसार कर सकेगी. साथ ही, एलिवेटेड लेवल के नीचे सर्विस लेन की सुविधा भी मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक, एलिवेटेड रोड बनने से प्रोजेक्ट की लागत बढ़ जाएगी. ऐसे में हरियाणा सरकार 225 करोड़ रुपये देने को तैयार हो गई है. एनएचएआई के अधिकारी इस संबंध में लिखित मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि सड़क के लिए जमीन का अधिग्रहण हो चुका है.
ऐसे में राज्य सरकार एलिवेटेड रोड के नीचे की जमीन का उपयोग अपनी सुविधा के अनुसार कर सकेगी. डीसी विक्रम ने कहा कि एलिवेटेड रोड बनने से सेक्टरों की कनेक्टिविटी खराब नहीं होगी. इसके अलावा, शहर की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रवेश और निकास बिंदु भी बनाए जाएंगे. ग्रीन हाईवे दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा.
फरीदाबाद और जेवर के बीच की दूरी होगी कम
एलिवेटेड रोड बनाने के बाद आगे के हिस्से में पुश्ता बनाकर सड़क बनाई जाएगी. मार्ग पर गांवों को जोड़ने वाली सड़कों और खेतों की ओर जाने वाले रास्तों पर अंडरपास बनाए जाने हैं. गांव मोहना, नरहावली और महमदपुर के पास अंडरपास का निर्माण शुरू कर दिया गया है. सेक्टर- 65 के पास भी सड़क का काम चल रहा है.
यहां सड़क पहले से ही अधिक ऊंचाई पर बननी है. इसलिए खंभे खड़े होने लगे हैं. आगरा नहर से पहले करीब आठ से 10 खंभों का ढांचा खड़ा किया गया है. यह पूरा ग्रीन हाईवे करीब 31 किलोमीटर लंबा होगा. इसमें 7 किमी हिस्सा यूपी की सीमा में और 24 किमी हिस्सा हरियाणा में बनेगा. हाईवे बनने के बाद फरीदाबाद और जेवर के बीच की दूरी 25 से 30 किमी रह जाएगी, जिससे लोगों को भी काफी लाभ होगा और सफर पहले की तुलना में और आसान हो जाएगा.
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