ज्योतिष | जैसा कि आपको पता है कि शारदीय नवरात्रों की शुरुआत हो चुकी है. इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. सनातन धर्म में नवरात्रों को विशेष महत्व प्राप्त है. दूसरे नवरात्रि के दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना करने से आपको जीवन में तमाम प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है और माता की कृपा से आपके सभी प्रकार के दुख और दर्द समाप्त हो जाते हैं.
कल मां दुर्गा के इस स्वरूप की करें पूजा
साधकों की तरफ से पूरी श्रद्धा भाव से मां जगत जननी की पूजा अर्चना की जाती है. नवरात्रि के दूसरे दिन प्रीति योग समेत कई प्रकार के अद्भुत संयोग भी बन रहे हैं. ऐसे में यदि आप पूरे श्रद्धा भाव से पूजा करते हैं, तो आप अमोघ फल को प्राप्त करते हैं. नवरात्रों के बाद ही दीपावली का पर्व भी आ जाएगा.
आज हम आपको इसी बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले हैं. पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि की द्वितीया तिथि 17 अक्टूबर को देर रात 1:13 मिनट तक है. इसके बाद तृतीया तिथि शुरू हो जाएगी, यानी कि हम सरल भाषा में कह सकते हैं कि 16 अक्टूबर को पूरे दिन ही द्वितीया तिथि रहने वाली है.
कल हो रहा इस दुर्लभ योग का निर्माण
इस दिन “दुर्लभ प्रीति योग” का भी निर्माण हो रहा है. यह शुभ योग 17 अक्टूबर को सुबह 9:22 तक है. इस योग में माता रानी की पूजा करने से आपको अक्षय फल की प्राप्ति होगी. साथ ही, आपके जीवन में सुख समृद्धि बढ़ेगी और आय में भी वृद्धि होगी. शारदीय नवरात्रि की द्वितीया तिथि पर बालव और कौलव करण का निर्माण हो रहा है. ज्योतिष में इन दोनों को ही काफी खास माना जाता है, इसमें मां दुर्गा की पूजा करने से आपको विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
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