चंडीगढ़ । डीएचबीवीएन व यूएचबीवीएन के लॉकडाउन में प्रदेशवासियों पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है. बता दें कि बिजली निगमों ने उपभोक्ताओं की सब्सिडी में मिलने वाली 100 यूनिट घटा दी है. उपभोक्ताओं के पास नए टैरिफ प्लान से बिल पहुंचने पर खलबली मच गई है.
5 महीनों की देरी के बाद उपभोक्ताओं के पास पहुंचा बिल
बता दे कि उपभोक्ताओं को हर महीने 200 यूनिट, यानी 60 दिन में 400 यूनिट तक सब्सिडी मिलती थी. जिसे अब घटाकर 150 प्रतिमाह यूनिट कर दिया गया है. अब 60 दिन के हिसाब से 300 यूनिट कर दिया है. करीब 5 महीनों के बाद जब उपभोक्ताओं के पास बिल पहुंचे तो लोग निगमों में शिकायत लेकर पहुंचने लगे. डीएचबीवीएन द्वारा नया टैरिफ प्लान 1 जून 2020 से लागू किया गया था.
इस हिसाब से की जाएगी बिल की गणना
इस नए टैरिफ प्लान के हिसाब से 530 यूनिट 60 दिन में खपत करने पर 1989 रुपए का बिल बनेगा. इस गणना के हिसाब से पहली 300 यूनिट के 2.50रूपये यानि 750 रूपये और बाकी 200 यूनिट के 5.25 के हिसाब से1050रूपये, वही 30 यूनिट के 6.30 के हिसाब से ₹189 बनते हैं. जिसे मिलाकर टोटल बिल 1989 रुपए का बनता है. जिसमें यूनिट का 10% ईडी यानी इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी और एफएसएस प्रति यूनिट 37 पैसे और एमटैक्स एफएसए जमा एनर्जी चार्जेस का 2 परसेंट लगेगा.
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