हिसार में भगवान राम का किरदार निभा रहे मुस्लिम कलाकार लतीफ, कही दिल छू लेने वाली बात

हिसार | आदमपुर की ऐतिहासिक “श्री लक्ष्मी कला मंडल” की रामलीला का इतिहास करीब छह दशक पुराना है. मुख्य बाजार में रामलीला की शुरुआत 56 साल पहले 1967 में हुई थी. लतीफ मोहम्मद ने पहली बार रामलीला के मंच पर भगवान श्री राम का किरदार निभाया तो उन्हें एक अलग ही अनुभूति हुई.

Latif Mohammad Urf Ram Adampur

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एक्टिंग ने उनके जीवन में एक अलग ही बदलाव ला दिया है. लतीफ मोहम्मद बताते हैं कि बचपन में जब वह अपने पिता रज्जाक मोहम्मद और बड़े भाई शिक्षक यूनिस खान को दशरथ या जनक की भूमिका में देखते थे, तभी उनके मन में भी रामलीला के मंच पर भगवान श्री राम की भूमिका निभाने का ख्याल आया. उसके बाद, घर और आस-पड़ोस में रामलीला की बहुत चर्चा होने लगी.

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लतीफ कहते हैं कि आदमपुर की रामलीला में मुस्लिम कलाकारों का हिस्सा लेना आज कोई आम बात नहीं है. राम के जन्म से पहले से ही मुस्लिम अभिनेता उनकी विभिन्न भूमिकाएँ निभाते आ रहे हैं. उनके दर्जी पिता रज्जाक मोहम्मद बचपन से ही रामलीला के मंच से जुड़े रहे हैं. ऐसे में मुझे कभी भी रामलीला में मुस्लिम जैसा महसूस नहीं हुआ. यहां सुख-दुख, तीज-त्यौहार से लेकर शादी-ब्याह तक सब कुछ एक साथ होता रहा है. ऐसे में यहां कभी भी धर्म या संप्रदाय भाईचारे और इंसानियत के आड़े नहीं आता.

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बाजारों में राम-राम जपते हैं लोग

श्री लक्ष्मी कलां मंडल की रामलीला में भगवान श्रीराम का मुख्य किरदार निभा रहे आदमपुर निवासी लतीफ मोहम्मद ने बताया कि जब वह किसी काम से बाजार या बैंक जाते हैं तो लोग राम-राम कहते हैं. रामलीला में भगवान श्री राम का किरदार निभाकर जिंदगी बदल गई है. भगवान श्री राम का किरदार निभाने के बाद जब दिवाली आती है तो पूरा परिवार मिलकर ईद की तरह दिवाली भी मनाता है. लॉकडाउन के दौरान जब सबकुछ बंद था और रामलीला का मंचन भी नहीं हो पा रहा था, तब उन्होंने पूरे नवरात्रि व्रत रखकर देवी मां की आराधना भी की थी.

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आगे बताया कि अच्छी आवाज के कारण उसे भजन गाने का शौक है और जागरण में बाबा श्याम के गुण गाता हूं. 1999 में नौ साल की उम्र में पहली बार मुझे श्री बालाजी शिशु मंच रामलीला में बाल कलाकार के रूप में अभिनय करने का मौका मिला था. इसके बाद, 2001 में उन्होंने इलाके की मशहूर श्री लक्ष्मी कलां मंडल की रामलीला में सीता की भूमिका निभाई. फिर उन्हें श्री गणेश रामलीला क्लब और श्री लक्ष्मी कलां मंडल में राम की भूमिका मिली.

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