नई दिल्ली | हेल्थ इंश्योरेंस धारकों के लिए नए साल पर अच्छी खबर सामने आ रही है. जनवरी 2024 से आप किसी भी अस्पताल में कैशलैस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे. भले ही इंश्योरेंस की पैनल सूची में उक्त अस्पताल का नाम शामिल न हो. अक्सर देखने को मिलता है कि हेल्थ इंश्योरेंस होने के बाद भी अस्पताल में भर्ती होने पर कैशलेस इलाज नहीं हो पाता क्योंकि जिस कंपनी की पॉलिसी आपके पास होती है, वह कंपनी अस्पताल के पैनल में नहीं होती है तो ऐसे में पहले आपको अपनी जेब से बिल का भुगतान करना पड़ता है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सौ प्रतिशत कैशलेस इलाज और कॉमन एम्पैनलमेंट पाने के लिए नए साल से यह एक अस्थाई व्यवस्था होगी. वर्तमान में हर इंश्योरेंस कंपनी के पास अलग- अलग हॉस्पिटल्स के साथ अलग- अलग ट्रीटमेंट रेट और पैकेज हैं. ऐसे में आप इलाज के लिए जिस अस्पताल में गए हैं, उसका किसी इंश्योरर के साथ अनुबंध नहीं है, तो वहां अन्य इंश्योरेंस कंपनियों की दरें लागू की जाएंगी.
फ्रॉड पर अंकुश लगेगा
हिंदुस्तान में फिलहाल 53 फीसदी लोगों को कैशलैस मेडिकल सुविधा मिल रही है और इस व्यवस्था में लगातार फ्रॉड व एक्स्ट्रा चार्जिंग के मामले भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में कॉमन इंपैनल्ड (सभी इंश्योरेंस कंपनियों की कॉमन लिस्ट) की सुविधा लागू होने से फ्रॉड, ओवर चार्जिंग जैसे मामलों पर अंकुश लगेगा. यह व्यवस्था तब तक जारी रहेगी, जब तक कि हॉस्पिटल का कॉमन पैनल लागू नहीं हो जाता. कॉमन पैनल से कंप्लीट कैशलेस क्लेम संभव हो सकेगा.
ये बड़ी सुविधा रहेगी
जूनो जनरल इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ शनाई घोष ने बताया कि इस नई पहल के बाद हर इंश्योरेंस कंपनी के ग्राहक के पास सिंगल सेंट्रलाइज्ड नेटवर्क तक पहुंच होगी. ग्राहकों को एक इंटीग्रेटेड सेंट्रलाइज्ड कैशलेस हॉस्पिटल नेटवर्क मिलेगा. अगर ग्राहकों के पास कोई भी इंश्योरेंस होगा, तो उनकी सभी कैशलेस हॉस्पिटल्स तक पहुंच होगी.
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