चंडीगढ़ | हरियाणा में भर्तियों का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है. अंततः हरियाणा सरकार (Haryana Govt) की तरफ से हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के पास ग्रुप डी के 13,657 पदों का आग्रह पत्र भेज दिया गया है. इनमें से 13,104 पद सरकारी विभागों के कॉमन कैडर के हैं जबकि 553 पद बोर्ड, निगमों के लिए है. आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि आयोग की तरफ से जल्द ही इन पदों को विज्ञापित किया जाएगा. इसी के साथ उम्मीदवारों से विकल्प भरवाने के लिए पोर्टल जारी होगा.
ग्रुप डी के करीबन 15000 पदों पर होगी भर्ती
उन्होंने कहा कि ग्रुप डी का सीईटी आयोजित करने से पहले आयोग ने यह जानकारी दी थी कि ग्रुप डी के 13,536 पदों पर भर्ती की जाएगी. अब सीईटी हो चुका है और प्रदेश सरकार ने आग्रह पत्र 26 दिसंबर 2023 को भेज दिया है, इसलिए अब इन पदों को विज्ञापित करना अनिवार्य है.
अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने जानकारी दी कि सरकार ने ग्रुप डी पदों पर पहले से चयनित उम्मीदवारों की ऑनलाइन ट्रांसफर के लिए पोर्टल लॉन्च कर दिया है. प्रदेश सरकार जब यह प्रक्रिया पूरी कर लेगी तो ग्रुप डी के कुछ और पदों की संख्या प्रदेश सरकार आयोग को भेज सकती है. इस तरह ग्रुप डी के करीबन 15,000 पदों पर भर्ती की जाएगी.
उम्मीदवारों से मांगा जाएगा विकल्प
उन्होंने बताया कि कॉमन कैडर के पदों का रिजल्ट जारी होने के बाद विभागों की अलाटमेंट तो मुख्य सचिव कार्यालय करेगा जबकि बोर्ड, निगमों के लिए आयोग द्वारा ही चयनित सूची जारी की जाएगी. अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने कहा कि ग्रुप डी के उम्मीदवारों से पोर्टल पर पूछा जाएगा कि क्या वे ग्रुप डी की नौकरी चाहते हैं? अगर कोई ना करेगा तो उसका ग्रुप डी पद पर चयन नहीं होगा. वहीं, यदि कोई हां करेगा तो पोर्टल पर पूछा जाएगा कि ग्रुप डी के किन पदों पर आप चयन नहीं चाहते हैं और किन पदों पर चयन चाहते है.
यानी नेगेटिव पोस्ट पर क्लिक करना होगा. इसका अर्थ होगा कि यदि आप चयन जोन में हैं लेकिन आपने नेगेटिव पोस्ट पर क्लिक कर दिया है और जिन पदों पर चयन चाहते हैं, उनमें आपका नंबर नहीं आ रहा है तो आपका चयन नहीं होगा.
अगर नहीं भरा विकल्प तो किसी भी पद पर हो सकता चयन
यदि आप कोई विकल्प ही नहीं भरते हैं यानी अगर ग्रुप डी की नौकरी चाहिए या नहीं, विकल्प नहीं भरते हैं तो आपका चयन हो जाएगा और यदि आप मेरिट पर आते हैं, मगर यह चयन किसी भी पद के लिए हो सकता है. जब अध्यक्ष से पूछा गया कि यदि कोई उम्मीदवार ग्रुप डी पोस्ट के विकल्प में भर देता है कि उसे यह नहीं नौकरी नहीं करनी और ग्रुप सी में उसका चयन नहीं होता है तो इस तरह उसकी ग्रुप डी की नौकरी भी चली जाएगी और ऐसी स्थिति तो उसका सरकारी नौकरी पर अधिकार खत्म हो जाएगा?
इस पर अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि चूंकि सीईटी स्कोर 3 साल के लिए है. अगर ग्रुप डी के पद रिक्त रह जाते हैं और वेटिंग से उम्मीदवारों का चयन करना पड़ा तो फिर विकल्प पूछा जाएगा कि क्या वे इस नौकरी को करना चाहते हैं. इस प्रकार उसका अधिकार बना रहेगा पर आगे के पदों के लिए. जब ग्रुप डी परीक्षा के रिजल्ट के बारे में पूछा गया तो अध्यक्ष ने कहा कि फिलहाल तो उम्मीदवारों को यह विकल्प भरने का अवसर दिया जाएगा.
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