नई दिल्ली | CBSE ने MCQ (बहुविकल्पीय प्रश्न) की संख्या बढ़ा दी है. ऐसे में इस साल छात्रों के लिए अपना स्कोर बढ़ाना आसान नहीं होगा. सीबीएसई ने प्रत्येक विषय में बहुविकल्पीय प्रश्नों की संख्या 16 से बढ़ाकर 40 अंक कर दी है. आपको बता दें कि इस सत्र में सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी.
बता दें कि कोरोना के बाद बोर्ड परीक्षा में एमसीक्यू (मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन) का वेटेज बढ़ा दिया गया है. ऐसे में छात्रों के लिए एमसीक्यू प्रश्नों की तैयारी बहुत महत्वपूर्ण हो गई है. इसी वजह से जिले के सीबीएसई स्कूलों में विद्यार्थियों को इन सवालों की विशेष तैयारी कराई जा रही है.
योग्यता केन्द्रित प्रश्न ही रहेंगे ऐसे
10वीं बोर्ड परीक्षा में योग्यता आधारित प्रश्नों का वेटेज 50 फीसदी होगा. इसमें एमसीक्यू, केस आधारित प्रश्न, स्रोत आधारित एकीकृत प्रश्न होंगे. चयनित प्रतिक्रिया प्रकार के प्रश्नों का वेटेज 20 प्रतिशत होगा जबकि लघु उत्तर और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का वेटेज 30 प्रतिशत होगा. 12वीं कक्षा में योग्यता केंद्रित प्रश्नों का वेटेज 40 प्रतिशत होगा, जिसमें एमसीक्यू, केस आधारित प्रश्न, स्रोत आधारित एकीकृत प्रश्न शामिल होंगे. चयनित प्रतिक्रिया प्रकार के प्रश्नों का वेटेज 20 प्रतिशत तक होगा और लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का वेटेज 40 प्रतिशत होगा.
100 फीसदी अंक लाने वाले छात्रों में आ सकती है गिरावट
शिक्षकों के मुताबिक, एमसीक्यू पैटर्न के सवालों से जहां छात्रों की स्कोरिंग बढ़ती है. वहीं, कुछ विषयों में 100 फीसदी अंक लाने वालों की संख्या में भी गिरावट आएगी. चूंकि, एमसीक्यू में या तो पूरे अंक दिए जाते हैं या गलत अंक आने पर पूरे अंक काट लिए जाते हैं. इसलिए परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को पूरी पाठ्य पुस्तक गंभीरता से पढ़नी चाहिए.
एमसीक्यू से छात्रों को अच्छे अंक मिलते हैं लेकिन कई छात्र इसमें गलतियां भी कर देते हैं, जिसके कारण उनके अंक कट जाते हैं. एमसीक्यू में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए विषय के बारे में स्पष्ट होना जरूरी है. विद्यार्थियों को हकलाने से बचना चाहिए, बल्कि लिखकर अभ्यास करना चाहिए.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!