हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले नगर निगम चुनाव संभव नहीं, इस वजह से फंस सकता है पेंच

चंडीगढ़ | हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले नगर निगम चुनाव संभव नहीं हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सरकार ने अभी तक वार्डबंदी की सूची चुनाव आयोग को नहीं भेजी है. उम्मीद है कि अपडेटेड वोटर लिस्ट 29 जनवरी तक आ सकती है. दूसरी तरफ मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संकेत दिया है कि निगम चुनाव 2024 में लोकसभा और विधानसभा के साथ होंगे.

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निगम का कार्यकाल काफी पहले हो चुका खत्म

हरियाणा में फरीदाबाद, गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम का कार्यकाल काफी पहले ही खत्म हो चुका है. इन तीनों का चुनाव काफी समय से लंबित है. वहीं, हिसार, पानीपत, रोहतक, यमुनानगर और करनाल निगम का कार्यकाल दिसंबर में खत्म हो चुका है. ऐसे में सरकार सभी 8 नगर निगमों के चुनाव एक साथ कराना चाहती है. ऐसे में लोकसभा से पहले भी निगम चुनाव कराए जा सकते हैं.

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मुख्यमंत्री ने शहरी मतदाताओं को दी राहत

मुख्यमंत्री ने शहरी मतदाताओं को भी कई राहतें दी हैं. सीएम ने शहरी क्षेत्र की करीब 1,500 कॉलोनियों को नियमित किया है. पानी के बिल और प्रॉपर्टी टैक्स में भी राहत दी गई है. इन आठों नगर निगमों में से ज्यादातर पर बीजेपी का दबदबा रहा है. पार्टी के पास हर जगह विधायक हैं, इसलिए पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले इन रियायतों का फायदा उठाने की पूरी कोशिश करेगी.

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शहरी वोटरों पर बीजेपी का फोकस

बता दें कि पिछले कुछ महीनों से बीजेपी का फोकस शहरी वोटरों पर है. हरियाणा सरकार लोकसभा से पहले निगम चुनाव कराने की कोशिश में है. अगर सरकार ज्यादातर निकायों में चुनाव जीत जाती है तो लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए माहौल बन सकता है. पिछले कुछ महीनों से बीजेपी का फोकस भी शहरी वोटरों पर ज्यादा है.

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