सिरसा । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत डबवाली इलाकों में बनने वाली सड़क नैनोटेक्नोलॉजी से बनेगी. बता दे कि हरियाणा में पहली बार इस तकनीक का प्रयोग करके सड़कें बनाई जाएंगी. लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी इस टेक्नोलॉजी से अछूते हैं. उनका कहना है कि सड़क निर्माण में पत्थर तथा सीमेंट का प्रयोग होता है. टेक्नोलॉजी की वजह से रोड की थिकनेस कम हो जाती है.
इस तकनीक से किया जाएगा नई सड़कों का निर्माण
टेक्नोलॉजी से रोड की थिकनेस कम हो जाती है कह सकते हैं कि अगर रोड की लेयर 225mm है, तो वह 125mm रह जाती है. जबकि इसकी गुणवत्ता किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होती. बता दे कि सावत खेड़ा से वाया दीवान खेड़ा, खुईयां मलकाना, मलिकपुरा, रामपुरा विश्नोईयां, झुट्टीखेड़ा रोड इस तकनीक से बनाए जाएंगे. करीब 23.900 किलोमीटर लंबी रोड के निर्माण पर 1427.86 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे. इनमें से आठ सौ छप्पन लाख रुपए पर केंद्र सरकार का शेयर है.
प्रधानमंत्री सड़क निर्माण योजना के तहत इन तकनीकों का प्रयोग किया जाएगा
बता दें कि इसके अतिरिक्त सड़कों के निर्माण में वेस्ट प्लास्टिक का प्रयोग भी किया जाएगा. इस तकनीक की सहायता से 11.110 किलोमीटर लंबी मसीता टू डबवाली वाया शेरगढ़ रोड तथा 18.650 किलोमीटर लंबी बिजुवाली से अबूबशहर बाया मुन्नावाली आदि रोड को मंजूरी मिली है. उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि 7 फीसदी वेस्ट प्लास्टिक का प्रयोग रोड निर्माण में किया जाएगा.
इसके साथ ही डबवाली में बनने वाली सड़कों की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी. प्रदेश में यह पहला मौका होगा जब नैनोटेक्नोलॉजी से सड़क बनाई जाएगी. इसकी शुरुआत डबवाली से होने वाली है. उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की योजना अनुसार सड़कों की चौड़ाई 12 से 18 मीटर की जा रही है. दोनों ही तकनीकों का प्रयोग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत डबवाली में बनने वाली सड़कों में किया जाएगा.
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