चंडीगढ़ | हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal) 23 फरवरी को भाजपा सरकार (BJP Govt) के इस कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करेंगे. शुक्रवार को बजट पेश होने के बाद विधानसभा का एक सप्ताह का बजट सत्र समाप्त हो जाएगा. विधायकों की समितियां बजट पर चर्चा कर अपने सुझाव राज्य सरकार को भेजेंगी. बजट तैयार करने के लिए मंत्रियों, सांसदों और विधायकों से सुझाव मांगे हैं.
इस दिन चलेगा बजट सत्र
हरियाणा सरकार, प्रशासनिक सचिव, विभागाध्यक्ष और विधानसभा सचिवालय ने राज्य का पांचवां बजट बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. विधानसभा का बजट सत्र 20 फरवरी से शुरू होगा, जो 6 फरवरी को खत्म होगा. बजट सत्र की वास्तविक अवधि विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी तय करेगी, जिसकी बैठक 18 फरवरी को बुलाई गई है. 6 मार्च के बाद त्योहार के कारण बजट सत्र की अवधि बढ़ने की कोई उम्मीद नहीं है. बजट तैयार करने के लिए मंत्रियों, सांसदों और विधायकों से सुझाव मांगे हैं.
इस बार 2 लाख करोड़ का होगा बजट
बता दें कि पिछले साल सरकार ने 1 लाख 83 हजार 950 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जो साल 2022- 23 में पेश किये गए 1 लाख 66 हजार 808 करोड़ रुपये के बजट से 11.6 फीसदी ज्यादा था. इस बार राज्य सरकार के बजट का आकार बढ़कर करीब 2 लाख करोड़ रुपये हो सकता है.
हमारा बजट जनता के कल्याण को समर्पित
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाकर 3,000 रुपये प्रति माह कर दी है. अब सरकार बजट पेश करने जा रही है. इस बार हमारा बजट गरीबों के हित में होगा. जिन गांवों में खेल सुविधाएं कम हैं, वहां खेल सुविधाएं बढ़ाने के प्रावधान किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि बजट को लेकर कमेटियों का गठन किया जाता है. उसके बाद ही, इस पर कोई फैसला लिया जाता है. केंद्र सरकार अपना अंतरिम बजट भी पेश करने वालकमेटियों से सुझाव मांगे जाएंगे. पूरे बजट सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी.
बजट सत्र के दौरान होगी कड़ी सुरक्षा
डॉ. गुप्ता ने कहा कि पिछले दिनों जिस तरह से कुछ लोगों ने संसद में घुसकर हंगामा किया था, उसे देखते हुए विधानसभा में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जा रही है. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विधानसभा ने 16 फरवरी को बैठक बुलाई है जबकि 18 फरवरी को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक होगी. बजट सत्र 20 फरवरी से शुरू होकर 6 मार्च तक चलने की संभावना है.
हरियाणा के वर्ष 2023- 24 के बजट की मुख्य बातें
- भारत के सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) में हरियाणा का योगदान 3.86 प्रतिशत है.
- 2014- 15 से 2022- 23 तक स्थिर मूल्यों पर हरियाणा की जीएसडीपी की वार्षिक चक्रवृद्धि वृद्धि दर 5.62 प्रतिशत थी जबकि इसी अवधि के दौरान देश की जीडीपी वृद्धि दर 4.58 प्रतिशत थी.
- वर्ष 2014- 15 में चालू मूल्यों पर राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय 86 हजार 647 रुपये थी, जो वर्ष 2022- 23 में बढ़कर 1 लाख 70 हजार 620 रुपये होने की उम्मीद है
- हरियाणा के लिए यह वर्ष 2014- 15 में 1 लाख 47 हजार 382 रुपये से बढ़कर 2022- 23 में 2 लाख 96 हजार 685 रुपये होने की संभावना है.
- वर्ष 2022- 23 में जीएसडीपी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
- वर्ष 2023- 24 के लिए राज्य के बजट में कोई नया कर नहीं लगाया गया.