चंडीगढ़ | हरियाणा के सरकारी स्कूलों (Govt School) में बच्चों की बोर्ड परीक्षाओं में अब ज्यादा समय नहीं बचा है लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग ने ई- अधिगम योजना के तहत कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं के बच्चों से टैबलेट वापस जमा करने को लेकर एसओपी जारी नहीं की है जबकि पिछले साल विभाग ने इस समय तक SOP जारी करके टैबलेट वापस लेने शुरू कर दिए थे.
बाकायदा अगले साल टैबलेट वितरण प्रकिया क्या रहेगी, इसे लेकर भी रणनीति तैयार कर ली थी लेकिन इस बार विभाग ने ऐसा कुछ नहीं किया है. पता चला है कि विभाग इस संबंध में जल्द ही एसओपी जारी करने को लेकर बैठक आयोजित करेगा ताकि बच्चों से टैबलेट वापस लिए जा सकें.
करीब 5 लाख बच्चे कर रहे इस्तेमाल
शिक्षा विभाग द्वारा ई- अधिगम के तहत 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को टैबलेट और डाटा सिम वितरित किए गए हैं. यह वितरण लाईब्रेरी के माध्यम से किया गया है. इसके अनुसार, टैबलेट स्कूल की संपत्ति है इसलिए विद्यार्थी द्वारा स्कूल छोड़ने, बदलने की अवस्था में वह टैबलेट लाईब्रेरी को लौटाना होता है.
इन विद्यार्थियों में से कुछ विद्यार्थी हाई, उच्च स्कूलों (10वीं कक्षा तक) में पढ़ रहे हैं जिन्हें 10वीं के बाद वर्तमान स्कूल से किसी अन्य स्कूल में जाना है. इसी तरह कक्षा बारहवीं के स्टूडेंट्स को भी वार्षिक परीक्षा पास करने के बाद स्कूल छोड़ना होता है.
10वीं- 12वीं के विद्यार्थियों को जमा कराने होंगे टैबलेट
विद्यार्थी को स्कूल में अपना टैबलेट, चार्जर, सिम और टैबलेट के साथ मिला सामान जमा करवाना होगा. टैबलेट जमा करवाए बिना विभाग कोई भी एक्शन ले सकता है. हालांकि, विभाग द्वारा स्कूल मुखियाओं की डयूटी लगाई जाती है कि वे विद्यार्थियों के टैबलेट, चार्जर व सिम को स्कूल के पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब या अन्य स्थान पर सुरक्षित रखेंगे.
प्रत्येक स्कूल द्वारा एक स्टॉक एंट्री रजिस्टर में विद्यार्थियों द्वारा लौटाए गए टैबलेट का रिकॉर्ड रखेंगे. इसमें आईएमईआई और डाटा सिम का रिकॉर्ड भी दर्ज होगा. टैबलेट स्कूल से चोरी होने की सूरत में विभाग द्वारा इसकी पूर्ण जिम्मेदारी भी स्कूल मुखिया की लगाई जाती है.
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