ज्योतिष | इस साल 20 फरवरी के दिन जया एकादशी पड़ रही है. हम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह एकादशी माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है, जो प्रभु श्री हरि विष्णु को समर्पित मानी जाती है. उदया तिथि के अनुसार, अबकी बार की एकादशी 20 फरवरी के दिन रहने वाली है.
इस दिन पूरे विधि विधान तरीके से भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने का महत्व बताया गया है. यदि हम भी भगवान श्री हरि को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो हमें इस दिन व्रत रखना चाहिए. ऐसा करने से हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
कब है जया एकादशी?
अबकी बार जया एकादशी (Jaya Ekadashi 2024) पर कई प्रकार के अद्भुत संयोग भी बन रहे हैं जिस वजह से यह और भी खास हो जाती है. आयुष्मान योग त्रिपुष्कर योग/ प्रीति योग और रवि योग के शुभ संयोग में ही जया एकादशी का व्रत रखा जाएगा. त्रिपुष्कर योग की शुरुआत 12:13 मिनट से होगी, जो अगले दिन 6:38 मिनट तक रहेगा. वहीं, रवि योग की शुरुआत सुबह 6:39 मिनट से होगी, जो 12:13 मिनट तक रहने वाला है. प्रीति सुबह 11:40 मिनट तक रहेगा. इसके बाद, आयुष्मान योग का निर्माण होगा.
इस प्रकार करें भगवान श्री हरि की पूजा अर्चना
- सबसे पहले आपको जल्दी उठकर स्नान करना है और फिर मंदिर की साफ सफाई करनी है.
- अब भगवान श्री हरि को जल अभिषेक करें.
- इसके बाद, पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें, अब प्रभु को पीला चंदन और पीले फूल समर्पित करें.
- आपको मंदिर में एक घी का दीपक प्रज्वलित करना है, अगर हो सके तो आपको इस दिन व्रत भी अवश्य करना चाहिए.
- जया एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें और ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें.
- पूरी सद्भावना के साथ भगवान श्री हरि विष्णु और लक्ष्मी जी की आरती करें.
- अंत में यदि आपसे कोई भी भूल चूक हो गई है, तो उसके लिए क्षमा याचना मांगे.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
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