भिवानी | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) ने इस बार कक्षा 10वीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को बड़ी राहत दी है. बोर्ड ने दसवीं परीक्षा में CBSE की तर्ज पर लिखित परीक्षा में 33 फीसदी अंक की अनिवार्यता की शर्त कों हटा दिया है. अब हरियाणा शिक्षा बोर्ड की तरफ से फैसला लिया गया है दसवीं में प्रैक्टिकल और लिखित मिलाकर 33 फीसदी अंक हासिल करने वाले परीक्षार्थी को पास किया जाएगा.
12वीं कक्षा में पहले जैसा रहेगा परीक्षा का अंक फार्मूला
पहले लिखित परीक्षा में 33 फीसदी अंक अनिवार्य किए गए थे. बोर्ड की दसवीं कक्षा में 20 अंक प्रायोगिक परीक्षा और 80 अंक लिखित परीक्षा के लिए होते हैं. प्रायोगिक परीक्षा में भले ही अब 20 अंक मिले और लिखित में 13 अंक भी मिल गए तो परीक्षार्थी पास हो जाएगा. हालांकि, बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में ऐसा कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. इसमें पहले की तरह ही परीक्षा में अंक का फार्मूला बना रहेगा. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं.
10वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को राहत
बीते साल सोनीपत के 16,196 विद्यार्थियों ने दसवीं की परीक्षा दी थी, जिसमें से सिर्फ 10,621 ही पास हो सके थे, इसमें 2,391 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आ गई थी. पास होने वाले विद्यार्थियों में लड़कों का प्रतिशत 61 था. वहीं, 70 फीसदी लड़कियां पास हुई थी. 2022 में सोनीपत प्रदेश में अव्वल था और 2023 में 85 प्रतिशत से गिरकर सोनीपत का परिणाम 65 फीसदी तक आ पहुंचा था. ऐसे में बोर्ड की तरफ से दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए बड़ा निर्णय लिया गया है. बोर्ड के इस फैसले से दसवीं कक्षा की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को बड़ी राहत मिली है.
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