हरियाणा में हवाई सेवाओं का होगा विस्तार, 8 जिलों में बनेगा स्थायी हेलीपैड

चंडीगढ़ | हरियाणा में हवाई सेवाओं का और विस्तार करने की योजना है. राज्य के कई शहरों में हवाई पट्टियाँ हैं. इस बीच सरकार ने 3 और जिलों नूंह, यमुनानगर और रोहतक में हवाई पट्टियां बनाने का फैसला किया है. हिसार में बन रहा महाराजा अग्रसेन घरेलू हवाई अड्डा एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा. इसे अप्रैल से चालू करने की तैयारी है. केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत अंबाला कैंट में एयरपोर्ट तैयार किया जा रहा है.

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Heli Hub Gurugram

गुरुग्राम में बन रहा फ्लाइट सिम्युलेटर ट्रेनिंग सेंटर

बजट में बताया गया है कि गुरुग्राम में फ्लाइट सिम्युलेटर ट्रेनिंग सेंटर बनाया जा रहा है. इससे हरियाणा विमानन प्रशिक्षण का केंद्र बनकर उभरेगा. नई दिल्ली से नजदीक होने के कारण यहां इसकी मांग भी काफी ज्यादा थी. सीएम ने हिसार में एयरपोर्ट के साथ- साथ एविएशन कॉलेज स्थापित करने की भी घोषणा की है. इसे गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय से जोड़ा जाएगा.

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हवाई पट्टियों के लिए जमीन की तलाश शुरू

सरकार अब तीनों जिलों में हवाई पट्टियों के लिए जमीन की तलाश शुरू कर देगी. भूमि का अधिग्रहण ई- भूमि पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा. इसी तरह सरकार ने 8 जिलों- जींद, झज्जर, कैथल, पलवल, यमुनानगर, रोहतक, कुरुक्षेत्र और सोनीपत में स्थायी हेलीपैड स्थापित करने का निर्णय लिया है. स्थायी हेलीपैड नहीं होने से स्थानीय प्रशासन की परेशानी बढ़ गई थी. हवाई पट्टी के निर्माण के बाद यहां राजकीय विमान समेत कई तरह के छोटे विमान उतर सकेंगे. VVIP दौरे के दौरान प्रशासन को अस्थायी हेलीपैड बनाने पड़ते थे.

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