रेवाड़ी | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा PM- सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की घोषणा के बाद इसे केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी के बाद अब इस योजना की आधिकारिक रूप से शुरुआत हो चुकी है. इस योजना के तहत, हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान की जाएगी. यह योजना 2 किलोवाट क्षमता वाली प्रणाली के लिए प्रणालीगत लागत के 60 प्रतिशत और 2 से 3 किलोवाट क्षमता वाली प्रणाली के लिए अतिरिक्त प्रणालीगत लागत के 40 प्रतिशत के बराबर सीएफए प्रदान करेगी.
सब्सिडी का प्रावधान
सीएफए को 3 किलोवाट पर सीमित किया जाएगा. मौजूदा मानक कीमतों पर इसका आशय 1 किलोवाट क्षमता वाली प्रणाली के लिए 30 हजार रुपये, 2 किलोवाट क्षमता वाली प्रणाली के लिए 60 हजार रुपये और 3 किलोवाट या उससे अधिक वाली प्रणाली के लिए 78 हजार रुपये की सब्सिडी से होगा.
ये होगा बड़ा फायदा
प्रस्तावित योजना के परिणामस्वरूप आवासीय क्षेत्र में छत पर स्थापित सौर ऊर्जा के माध्यम से 30 गीगावॉट की सौर क्षमता की बढ़ोतरी होगी, जिससे 1000 बीयू बिजली पैदा होगी. छत पर स्थापित सौर ऊर्जा प्रणाली के 25 साल के जीवनकाल में 720 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर उत्सर्जन में कमी आएगी.
केंद्र सरकार द्वारा इस योजना की आधिकारिक शुरुआत के बाद से जागरूकता बढ़ाने और इच्छुक परिवारों से आवेदन प्राप्त करने हेतु एक व्यापक अभियान शुरू किया गया है. इस योजना के तहत, लाभ प्राप्त करने के इच्छुक परिवार पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
सब्सिडी के लिए करने होंगे आवेदन
रेवाड़ी उपायुक्त राहुल हुड्डा ने बताया कि इस योजना में शामिल होने वाले परिवार राष्ट्रीय पोर्टल के माध्यम से सब्सिडी के लिए आवेदन करेंगे और छत पर सौर ऊर्जा स्थापित करने के लिए एक उपयुक्त विक्रेता का चयन करने में सक्षम होंगे. राष्ट्रीय पोर्टल स्थापित की जाने वाली प्रणाली के उचित आकार, लाभ की गणना, विक्रेता की रेटिंग आदि के बारे में प्रासंगिक जानकारी प्रदान करके परिवारों को उनकी निर्णय लेने की प्रक्रिया में सहायता प्रदान करेगा.
उन्होंने बताया कि इस योजना में शामिल होने वाले परिवार 3 किलोवाट तक के आवासीय आरटीएस प्रणाली की स्थापना हेतु वर्तमान में लगभग 7% के गारंटी- मुक्त कम- ब्याज वाले ऋण का लाभ उठाने में सक्षम होंगे. इसके जरिए शहरी स्थानीय निकाय और पंचायती राज संस्थाएं भी अपने क्षेत्रों में आरटीएस स्थापनाओं को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न प्रोत्साहनों से लाभान्वित होंगे.
हर महीने 300 से अधिक यूनिट
राहुल हुड्डा ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि यह योजना नवीकरणीय ऊर्जा सेवा कंपनी (आरईएससीओ) आधारित मॉडलों के लिए भुगतान संबंधी सुरक्षा के लिए एक घटक के साथ- साथ आरटीएस में नवीन परियोजनाओं के लिए एक कोष प्रदान करेगी.
इस योजना के माध्यम से शामिल घर बिजली बिल बचाने के साथ- साथ डिस्कॉम को अधिशेष बिजली की बिक्री के माध्यम से अतिरिक्त आय अर्जित करने में सक्षम होंगे. 3 किलोवाट क्षमता वाली एक प्रणाली एक घर के लिए औसतन प्रति माह 300 से अधिक यूनिट उत्पन्न करने में सक्षम होगी.
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