चंडीगढ़ | हरियाणा के हिसार लोकसभा क्षेत्र से वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बृजेन्द्र सिंह द्वारा इस्तीफा देने के बाद दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) के तेवरों में बदलाव आ गया है. BJP के साथ मिलकर गठबंधन में सरकार चला रही जजपा ने अब लोकसभा चुनावों के लिए 2 सीटों पर अपना दावा ठोक दिया है. हिसार के अलावा पार्टी की ओर से भिवानी- महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट की भी मांग की गई है. हालांकि, भाजपा इसके लिए बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं.
JJP को इस लोकसभा सीट पर समर्थन
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि चूंकि प्रदेश में JJP, बीजेपी की सहयोगी पार्टी है, इसलिए केन्द्रीय स्तर पर जजपा को एक लोकसभा सीट देने पर मंथन चल रहा है. राज्य से मिले फीडबैक के बाद पार्टी के कुछ नेता JJP को सिरसा लोकसभा सीट देने पर अपना समर्थन दे चुके हैं. इसी को लेकर पार्टी मंथन कर रही है. संभावना है कि 11 मार्च को बीजेपी केन्द्रीय चुनाव समिति की होने वाली बैठक में BJP- JJP गठबंधन को लेकर चर्चा की जाए.
हिसार लोकसभा सीट पर मजबूत वजह
बीजेपी सांसद बृजेन्द्र सिंह द्वारा पार्टी छोड़ने पर अब हिसार लोकसभा सीट पर JJP की दावेदारी मजबूत हो रही है क्योंकि यहां से उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सांसद रह चुके हैं. हालांकि, उन्हें 2019 के लोकसभा चुनावों में इसी सीट पर बृजेन्द्र सिंह से हार का सामना भी करना पड़ा था. इसके अलावा, दावेदारी की एक और मजबूत वजह हिसार लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाली उचाना विधानसभा से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला विधायक भी हैं. उनके भाई दिग्विजय चौटाला के यहां से चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है.
सिरसा को लेकर BJP का गेम प्लान
JJP को सिरसा लोकसभा सीट देने के पीछे बीजेपी अलग ही रणनीति बनाकर चल रही है. इस रणनीति के जरिए बीजेपी चौटाला फैमिली के विरोध को बरकरार रखना चाहती है. सिरसा में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) का मजबूत आधार रहा है. ऐसे में यहां से JJP प्रत्याशी खड़ा होने पर आईएनएलडी प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला हर हाल में मजबूत प्रत्याशी उतारेंगे. वैसे भी अभय चौटाला और दुष्यंत चौटाला के बीच खींचतान किसी से छिपी नहीं है. ऐसे में बीजेपी यदि JJP को सिरसा लोकसभा सीट देकर अपनी राजनीतिक चाल में सफल होती है तो एक तीर से कई निशाने सधते नजर आएंगे.
राजनाथ सिंह और अनुराग ठाकुर की जिम्मेदारी
हरियाणा बीजेपी प्रभारी विपल्ब देव ने केन्द्रीय नेतृत्व को सौंपे गए फीडबैक में स्पष्ट किया है कि पार्टी को लोकसभा चुनावों में किसी भी पार्टी से गठबंधन की जरूरत नहीं है. संगठन और सरकार द्वारा सभी 10 लोकसभा सीटों पर अकेले- अकेले चुनाव लड़ने की मजबूती से तैयारियां शुरू हो चुकी है.
इसके बाद, केन्द्रीय नेतृत्व की ओर से इस मसले को सुलझाने के लिए राजनाथ सिंह और अनुराग ठाकुर को जिम्मेदारी सौंपी गई है. बहुत जल्द ये दोनों नेता JJP के शीर्ष नेतृत्व के साथ दिल्ली या हरियाणा में बैठक कर सकते हैं.
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