चंडीगढ़ | देशभर में लोकसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है. सभी राजनीतिक दल जीत हासिल करने के लिए मजबूत और जिताऊ उम्मीदवारों को चुनावी रण में उतारने की योजना बना रहे हैं. इसी कड़ी में हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने सबसे पहले सभी 10 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं, जबकि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने का इंतजार चल रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने को लेकर जो पेंच फंसा है, वह सामान्य राजनीतिक घटनाक्रम नहीं है.
हुड्डा व SRK गुट में नहीं है सहमति
हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन के तहत मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट आप के खाते में आई थी और यहां से सुशील गुप्ता चुनावी रण में उतर चुके हैं. वहीं, बाकी 9 सीटों में से 3 सीटों पर ही संभावित प्रत्याशियों के नामों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा और SRK गुट (कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला व किरण चौधरी) के बीच सहमति बन पा रही थी.
वहीं, बाकी 6 लोकसभा सीटें ऐसी थी, जिन पर हुड्डा गुट व SRK गुट दोनों की पसंद अलग-अ लग थी. भक्त चरण दास की अध्यक्षता में 4 बार हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में जो नाम छंटनी किए गए थे, उन पर SRK गुट सहमत नजर नहीं आया, जिसकी परिणति दोबारा स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक बुलाकर सिंगल नाम का पैनल तैयार करने के फैसले के रूप में सामने आई है.
हाईकमान का आदेश
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हरियाणा के नेताओं को स्पष्ट संकेत दे दिया गया है कि यहां नामों पर सहमति- असहमति जताने से अच्छा होगा कि वे स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में ही चर्चा के बाद एकमत होकर पैनल तैयार करके लाएं.
अभी तक स्क्रीनिंग कमेटी की जो बैठकें हुई है, उनमें सुरजेवाला व शैलजा शामिल नहीं हुए थे, जबकि किरण चौधरी इस कमेटी की सदस्य नहीं हैं. वहीं, कांग्रेस हाईकमान भी भुपेंद्र हुड्डा की पसंद- नापसंद को नजरंदाज नहीं करेगा लेकिन फिर भी किसी तरह के विवाद से बचने के लिए पार्टी चाहती है कि सुरजेवाला व शैलजा की राय को भी महत्व मिलना चाहिए.
इन सीटों पर दोनों गुटों में सहमति
रोहतक लोकसभा से दीपेंद्र हुड्डा, सिरसा से कुमारी शैलजा और फरीदाबाद से पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप के बेटे विजय प्रताप सिंह को चुनावी रण में उतारने पर हुड्डा और SRK गुट ने अपनी सहमति जताई है. वहीं, हिसार लोकसभा क्षेत्र से जयप्रकाश उर्फ जेपी और पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला का नाम चर्चा में था लेकिन कुमारी शैलजा यहां से कुलदीप बिश्नोई के भाई चंद्रमोहन बिश्नोई को प्रत्याशी बनाना चाहती है.
गुरुग्राम सीट पर फंसा पेंच
गुरुग्राम लोकसभा सीट से फिल्म अभिनेता राज बब्बर का नाम भी चर्चाओं में बना हुआ है, लेकिन SRK गुट यहां से अजय यादव की टिकट चाहता है. गुरुग्राम से राज बब्बर को प्रत्याशी घोषित किया जाता है तो भिवानी- महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से पूर्व सांसद श्रुति चौधरी की टिकट पर तलवार लटक सकती है. तब महेन्द्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह को भिवानी से प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है, जो SRK गुट को बिल्कुल भी मंजूर नहीं होगा.
पूर्व सीएम खट्टर के सामने क्या है रणनीति
बीजेपी छोड़कर कांग्रेस ज्वॉइन करने वाले पूर्व हिसार सांसद का नाम भी सोनीपत और हिसार दोनों जगहों पर चर्चा में चल रहा है. वहीं, करनाल लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने कांग्रेस पार्टी किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव खेलने के मूड में नजर आ रही है. पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा अपने बेटे चाणक्य पंडित के लिए करनाल से टिकट मांग रहे हैं. इसके अलावा, हुड्डा खेमा कुलदीप शर्मा और सतपाल ब्रह्माचारी को सोनीपत से लड़वाए जाने के भी पक्ष में है. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र राठौर भी करनाल से टिकट मांग रहे हैं.
9 अप्रैल को घोषणा संभव
हुड्डा गुट अंबाला लोकसभा क्षेत्र से मुलाना से विधायक वरूण चौधरी की टिकट चाहता है, जबकि यहां से सांसद रह चुकी कुमारी शैलजा सढ़ोरा की विधायक रेणु बाला को चुनाव लड़ाने के पक्ष में है. वहीं, शीर्ष नेतृत्व में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा उदित राज का नाम भी चर्चाओं में बना हुआ है. कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि 9 अप्रैल को नवरात्र के पहले दिन स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो सकती है, उसमें इन सभी नामों पर विचार- विमर्श किया जाएगा.
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