गुरुग्राम | हरियाणा में नहरों में हर साल डूबने से कई मौतें होती हैं. ऐसे में नहरों में नहाते समय हादसों को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है. इसी क्रम में सोनीपत के ककरोई से आने वाली दोनों नहरों के आसपास गर्मी के 2 महीनों के दौरान धारा 144 लागू रहेगी. इस दौरान आसपास के लोगों का भी सहयोग लिया जाएगा.
नहर की लंबाई करीब 70 KM
सोनीपत के ककरोई से निकलने वाली इस नहर की लंबाई करीब 70 किलोमीटर है. बसई के अंतिम छोर पर स्थित इस नहर से महीने में औसतन 2 शव बरामद होते हैं. बसई के पास इस नहर में जाल लगा हुआ है. पीछे से कोई हादसा होने पर बहकर आए शव इसी जाल में फंस जाते हैं.
सिंचाई विभाग ने लिखा पत्र
सिंचाई विभाग ने पुलिस गश्त बढ़ाने के लिए पुलिस को पत्र लिखा है. इसके अलावा, जगह- जगह चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं. जल आपूर्ति के लिए पानी 2 नहरों, गुड़गांव जल आपूर्ति और एनसीआर चैनल के माध्यम से जल उपचार संयंत्र तक पहुंचता है. इस नहर की गहराई 12 से 15 फीट तक है.
गहराई के कारण दुर्घटना की रहती है आशंका
गहराई के कारण दुर्घटना की आशंका भी अधिक रहती है. इसमें स्नान करने वालों की संख्या भी कम रहती है. गुड़गांव जल आपूर्ति की जिले की सीमा के भीतर लगभग 10 किलोमीटर की लंबाई है. इस नहर की गहराई 5 से 6 फीट है. गर्मी के मौसम में कई स्थानों पर स्नान करने वालों की भारी भीड़ होती है.
15 कर्मचारी लगातार करेंगे गश्त
सिंचाई विभाग के उपमंडल अभियंता यशपाल छिकारा ने बताया कि 15 किलोमीटर के दायरे में दोनों तरफ जवानों की गश्त बढ़ा दी गई है. 15 कर्मचारी लगातार गश्त पर रहेंगे. पुलिस को भी निगरानी रखने के लिए पत्र लिखा गया है. जगह- जगह चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं. इस बार हादसों को रोकने के लिए प्रशासन और सिंचाई विभाग सख्त कदम उठा रहा है.
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